✍️ क्या स्कूल बंद करना एक साजिश है? अखिलेश यादव का बड़ा आरोप 🇮🇳📚
लखनऊ, 3 अगस्त 2025 — उत्तर प्रदेश की राजनीति में शिक्षा को लेकर घमासान मच गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) समाज के खिलाफ गहरी साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है।
📌 क्या कहा अखिलेश यादव ने?
अखिलेश यादव ने बयान जारी करते हुए कहा—
“भाजपा सरकार जानबूझकर स्कूल बंद करवा रही है, ताकि पीडीए समाज के बच्चे पढ़ाई न कर सकें। पढ़ाई रुकने से उनके अंदर जागरूकता और विरोध की चेतना नहीं आ सकेगी। यह एक सामाजिक-मानसिक और राजनीतिक षड्यंत्र है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नहीं चाहती कि इन स्कूलों में बूथ बनें, जिससे पीडीए समाज के लोग मतदान से वंचित रह जाएं।
🏫 समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया:
सपा प्रमुख ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी ने “पीडीए पाठशाला” अभियान की शुरुआत कर दी है, और यह हर हाल में जारी रहेगा।
“हम बच्चों की शिक्षा छिनने नहीं देंगे। भाजपा की सोच है – गरीब पढ़ेगा नहीं, तो सवाल भी नहीं करेगा! लेकिन समाजवादी विचारधारा हर बच्चे को शिक्षित देखना चाहती है।”
🔎 सच्चाई क्या है?
हाल के दिनों में कुछ ग्रामीण व शहरी इलाकों में कम संख्या वाले स्कूलों को मर्ज किया गया है। सरकार का तर्क है कि इससे संसाधन बेहतर ढंग से इस्तेमाल होंगे। लेकिन विपक्ष इसे शिक्षा पर हमला बता रहा है।
📚 निष्कर्ष:
बच्चों की शिक्षा राजनीति का मोहरा नहीं बननी चाहिए। सवाल यह नहीं कि स्कूल किसने बंद किए, सवाल यह है कि क्या कोई बच्चा शिक्षा से वंचित हुआ?
भविष्य की नींव शिक्षा से रखी जाती है। राजनीतिक दलों को एकजुट होकर सुनिश्चित करना चाहिए कि हर बच्चा पढ़े, आगे बढ़े! ✊📖
📌 आपका क्या मानना है? क्या वाकई शिक्षा को बंद करके गरीबों की आवाज़ दबाई जा रही है? कमेंट में अपनी राय ज़रूर दें।
✍️ लेख: सरकारी कलम टीम
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