⚖️ अगर नॉमिनी भी नहीं रहा तो कौन बनेगा संपत्ति का वारिस? जानिए पूरा कानून!

⚖️ अगर नॉमिनी भी नहीं रहा तो कौन बनेगा संपत्ति का वारिस? जानिए पूरा कानून!

✈️ महमदाबाद विमान हादसे के बाद एक बड़ी कानूनी जटिलता सामने आई है — जब बीमा धारक और नामांकित व्यक्ति (Nominee), दोनों की ही मृत्यु हो जाए, तो संपत्ति या बीमा लाभ का असली हकदार कौन होगा? आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

📌 नॉमिनी और बीमाधारक की एकसाथ मृत्यु — अब क्या?

इस हादसे में कई मामलों में बीमाधारक और नॉमिनी दोनों की मृत्यु हो गई, जिससे बीमा कंपनियां और परिवारजन दोनों असमंजस में हैं। ऐसे मामलों में उत्तराधिकारी कौन होगा, यह भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम और मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार तय होता है।

👨‍👩‍👧 प्रथम श्रेणी के उत्तराधिकारी कौन होते हैं?

  • 🧑‍🦰 पुरुष की संपत्ति: पत्नी, मां, बच्चे
  • 👩 महिला की संपत्ति: पति और बच्चे
  • 📛 ससुराल पक्ष (जैसे ससुर, देवर) को प्रथम श्रेणी में नहीं गिना जाता

📊 संपत्ति का वितरण कैसे होता है?

यदि पति की मृत्यु वसीयत के बिना होती है तो पत्नी, मां और बच्चों को संपत्ति का समान हिस्सा मिलता है। महिला की मृत्यु पर उसकी संपत्ति पति और बच्चों को मिलती है। यदि बच्चे भी ना हों, तो पति के अन्य श्रेणी-1 और श्रेणी-2 उत्तराधिकारी वारिस बनते हैं।

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🧾 वसीयत और नॉमिनी में अंतर

🔍 नॉमिनी केवल एक रिसीवर होता है — वह संपत्ति का स्वामी नहीं बनता। असली हकदार कानूनी उत्तराधिकारी होते हैं।

✍️ वसीयत आपके संपत्ति को आपकी इच्छा अनुसार वितरित करने का वैध दस्तावेज है।

📂 अगर कोई नॉमिनी न हो तो?

तो परिवार या कानूनी वारिसों को संपत्ति के लिए उत्तराधिकार प्रमाणपत्र, क्लेम फॉर्म और क्लेम डिक्लेरेशन जैसे दस्तावेज़ जमा करने पड़ते हैं, जो एक लंबी प्रक्रिया है।

🏦 नए नॉमिनी नियम: अब 10 नॉमिनी जोड़े जा सकते हैं!

  • 📈 म्यूचुअल फंड, डीमैट खाते में अब 10 नॉमिनी
  • 🏦 बैंक खातों में अधिकतम 4 नॉमिनी
  • 📝 हर नॉमिनी का हिस्सा प्रतिशत में तय करना जरूरी

🔐 महत्वपूर्ण सुझाव और तैयारी

  • 📁 सभी दस्तावेजों की स्कैन कॉपी का फोल्डर बनाएं
  • 🧾 वसीयत बनवाएं और लॉकर या डिजिटल स्टोरेज में सुरक्षित रखें
  • 🔑 निवेश, पासबुक, लॉगिन डिटेल्स किसी विश्वसनीय व्यक्ति के साथ साझा करें
  • 📋 एक्सीडेंटल इंश्योरेंस पॉलिसी की जांच करें — बैंक अकाउंट्स के साथ फ्री में मिलती है

💡 नॉमिनी बनाना क्यों जरूरी है?

यदि आपने नॉमिनी नहीं बनाया है, तो आपके बाद परिवार को कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ सकता है। PF, Mutual Fund, Life Insurance जैसे हर निवेश में नॉमिनी जोड़ें और उसे समय-समय पर अपडेट करते रहें।

📜 टर्म इंश्योरेंस और विवाहित महिलाओं के अधिकार

यदि पति की टर्म पॉलिसी है, तो उसमें केवल पत्नी और बच्चों को लाभार्थी बनाया जा सकता है। महिला की टर्म पॉलिसी में केवल उसके बच्चे ही लाभार्थी हो सकते हैं।

🧮 संपत्ति वितरण का उदाहरण (संकेतात्मक)

  • 👩‍👧‍👦 पति की मौत: पत्नी + मां + एक बच्चा = 33% + 33% + 33%
  • 👩‍👩‍👦‍👦 पति, पत्नी और बच्चा नहीं रहे: संपत्ति सास को → नहीं तो ससुराल पक्ष के अन्य उत्तराधिकारी को
📝 निष्कर्ष: किसी अनहोनी के बाद संपत्ति को लेकर विवाद से बचने के लिए जरूरी है कि आप नॉमिनी जोड़ें, वसीयत बनवाएं और सभी निवेशों की जानकारी सुरक्षित रखें। यह न सिर्फ आपके परिवार को कानूनी उलझनों से बचाता है, बल्कि आपकी मेहनत की कमाई भी सही हाथों में जाती है।

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