🏫📚 गर्मी की छुट्टियों में शिक्षकों को मिला ‘फुल टाइम वर्कप्लान’, 1 जुलाई से होंगे बड़े बदलाव
उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में जहां बच्चों की गर्मी की छुट्टियाँ 30 जून तक चलेंगी ☀️, वहीं शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की ड्यूटी 16 जून से शुरू हो चुकी है। अब उन्हें स्कूल सुधार से जुड़ा पूरा एक्शन प्लान सौंपा गया है ✅।
🔁 पेयरिंग प्लान: कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का आपस में जोड़ा जाएगा
👫 विद्यालयों का “पेयरिंग प्लान” तैयार किया जा रहा है, जिसके तहत ऐसे स्कूलों को एक साथ जोड़ा जाएगा जहां छात्रों की संख्या कम है।
👉 इससे स्कूलों के संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा और सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का माहौल मिलेगा। 🧑🏫📈
🧒👨👩👧👦 पीटीएम और नामांकन पर फोकस
🏫 शिक्षकों को पैरेंट्स टीचर मीटिंग (PTM) आयोजित करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें वे अभिभावकों को स्कूल की गतिविधियों, नामांकन प्रक्रिया और सुविधाओं की जानकारी देंगे।
🎯 इसका मकसद नामांकन बढ़ाना और सामुदायिक भागीदारी को सशक्त करना है।
🧹🪑 छुट्टियों में स्कूल होंगे व्यवस्थित
🛠️ शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे छुट्टियों के दौरान विद्यालयों को पूरी तरह से व्यवस्थित करें – फर्नीचर, कक्षा, शौचालय, पुस्तकालय आदि सभी पहलुओं पर काम होगा।
📆 ताकि 1 जुलाई से जब बच्चे लौटें, उन्हें एक साफ-सुथरा, प्रेरणादायक और सुसज्जित विद्यालय मिले 🌟।
💻📲 डिजिटल डाटा अपडेट: एक बड़ी जिम्मेदारी
📌 शिक्षकों को U-DISE पोर्टल पर स्कूल, छात्र, शिक्षक और संसाधनों से जुड़ा पूरा डाटा अपडेट करना होगा।
🌱 ईको क्लब की गतिविधियों की जानकारी भी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी।
🔍👦 आधार सत्यापन और बाल वाटिका रिपोर्ट पर जोर
💳 डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) से लाभ लेने के लिए छात्रों का आधार सत्यापन प्रेरणा पोर्टल पर जरूरी है।
🧾 जिन बच्चों का आधार नामांकन नहीं हुआ है, उनका काम शीघ्रता से प्राथमिकता पर किया जाएगा।
👶 पिछले सत्र में बाल वाटिकाओं में पढ़े बच्चों की सूची तैयार कर अपडेट करना भी इस अवधि में अनिवार्य कर दिया गया है।
📜 क्या है निर्देश?
📌 महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने एक विस्तृत कार्ययोजना और क्रियान्वयन गाइडलाइन जारी की है, जिसे सभी प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, BEO और DIOS को समयबद्ध रूप से लागू करना होगा।