📚 विरोध के बीच शुरू हुआ स्कूलों का विलय, शिक्षकों और छात्रों ने उठाई आवाज
🗓️ तिथि: जून 2025 | 📰 स्रोत: अमर उजाला न्यूज़
🚨 विरोध के बावजूद विलय प्रक्रिया जारी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के विलय (merger) को लेकर विरोध के स्वर तेज़ हो गए हैं।
इसके बावजूद गोरखपुर में एक विद्यालय का विलय आदेश जारी कर दिया गया है।
शिक्षक संगठनों और प्रतियोगी छात्रों ने इस निर्णय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इसके साथ ही एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #सेव_विलेज_स्कूल अभियान भी तेज़ी से चल रहा है।
📉 कम छात्रों वाले स्कूलों पर गाज
बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार, कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को मर्ज किया जा रहा है।
इस प्रक्रिया के तहत गोरखपुर के प्राथमिक विद्यालय निर्मल बाबू को
उत्तरीया बाबू में विलय करने की तैयारी की गई है।
इस निर्णय के चलते स्थानीय छात्रों और अभिभावकों में भारी नाराजगी है।
👨🏫 शिक्षक संगठन हुए विरोध में एकजुट
विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष
संतोष तिवारी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस आदेश को रद्द करने की मांग की है।
वहीं संयुक्त मोर्चा के सचिव दिल्ली चौहान ने कहा कि
अगर सरकार का उद्देश्य शिक्षा सुधार है तो पहले गरीब और पिछड़े वर्गों के
बच्चों की सुविधाओं को मजबूत करना होगा।
📢 प्रतियोगी छात्रों की भी प्रतिक्रिया
इस निर्णय से न सिर्फ शिक्षक बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र
भी प्रभावित हो रहे हैं। छात्रों का कहना है कि स्कूल विलय से शिक्षण स्टाफ की कमी होगी
जिससे तैयारी और मार्गदर्शन पर असर पड़ेगा।
📨 मांग: मुख्यमंत्री से आदेश वापसी की अपील
शिक्षक नेताओं और छात्र संगठनों ने मुख्यमंत्री से स्कूल विलय का निर्णय वापस लेने की
पुरजोर मांग की है। संगठनों ने कहा है कि यदि यह निर्णय वापस नहीं लिया गया
तो बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।