टीईटी पास शिक्षामित्रों ने हाथों में रोटी लेकर किया प्रदर्शन
स्थायी नियुक्ति की मांग को लेकर राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में जुटे सैकड़ों शिक्षामित्र
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के टीईटी पास शिक्षामित्रों ने सोमवार को राजधानी लखनऊ के इको गार्डन में अनोखे अंदाज में विरोध दर्ज कराया। उन्होंने हाथों में रोटी लेकर अपने बच्चों के साथ प्रदर्शन किया, जिससे उनका दर्द और मजबूरी साफ झलक रही थी।
लगातार सात दिनों से धरना दे रहे इन शिक्षामित्रों की मांग है कि उन्हें स्थायी नियुक्ति दी जाए ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके। प्रदर्शनकारी शिक्षामित्रों ने बताया कि 10,000 रुपये के मानदेय में जीवनयापन करना और परिवार का पालन-पोषण करना बेहद कठिन होता जा रहा है।
“रोटी के लिए जंग” – शिक्षामित्रों की आवाज
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इतनी कम आमदनी में ना तो बच्चों की पढ़ाई हो पाती है, और ना ही परिवार का भरण-पोषण। उनका दर्द यह भी है कि उन्हें साल में केवल 11 महीने ही मानदेय मिलता है।
एक शिक्षामित्र ने भावुक होकर कहा, “हम से अधिक वे मजदूर हैं जिन्हें दिहाड़ी पर भी ज्यादा पैसे मिल जाते हैं।”
अन्य राज्यों में हो चुकी है नियुक्ति, यूपी में कब?
उन्होंने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का उदाहरण दिया जहां टीईटी पास शिक्षामित्रों को नियमित किया गया है। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार भी इसी तर्ज पर उनकी मांगों को पूरा करे।
टीईटी पास शिक्षामित्रों के संगठन के अध्यक्ष गुड्डू सिंह ने कहा, “राज्य सरकार को चाहिए कि टीईटी की योग्यता को मान्यता देते हुए उन्हें स्थायी नियुक्ति दे।”