बीटीसी और बीएड के आठ कॉलेजों की मान्यता रद्द – बड़ी कार्रवाई यूपी में
कानपुर: एनसीटीई की सख्ती, गड़बड़ी पर एक्शन – 16 कॉलेजों पर कार्रवाई
📌 NCTE की बड़ी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने प्रदेश के 1000 बीएड और बीटीसी कॉलेजों की मान्यता पर पुनः मूल्यांकन करते हुए
कानपुर क्षेत्र के 16 कॉलेजों में से 8 की मान्यता रद्द कर दी है। यह कार्रवाई फॉर्म में गड़बड़ी, झूठी जानकारी और छात्रों की कम उपस्थिति के कारण की गई।
📄 क्या रही वजह?
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म या तो भरे ही नहीं गए या उनमें गलत जानकारियां दी गई थीं। कई कॉलेजों में
न तो कक्षाएं संचालित हो रही थीं और न ही आधारभूत सुविधाएं मौजूद थीं। ओवर-कॉन्फिडेंस और लापरवाही के कारण
बीएड और डीएलएड की डिग्री देने वाले कॉलेजों को कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
बड़ी संख्या में सीटें खाली रहना, फर्जी फॉर्म भरना और निरीक्षण में खामियों के चलते यह कदम उठाया गया।
🏫 इन कॉलेजों की मान्यता रद्द
- जनता शिक्षण संस्थान, घाटमपुर
- कैप्टन सुखबासी सिंह जनता महाविद्यालय, घाटमपुर
- जगवंत सिंह भदौरिया डिग्री कॉलेज, अमौर
- प्राची टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, उ.
- पं. बाल गोविंद दक्षित कॉलेज ऑफ एजुकेशन एंड प्रोफेशनल मैनेजमेंट
- मनोहर लाल डिग्री कॉलेज फॉर टीचर एजुकेशन, उन्नाव
- हरबंश राय बच्चन डिग्री कॉलेज, उन्नाव
- लल्लू सिंह चिल्ड्रन एजुकेशन इंस्टिट्यूट, महाविद्यालय, श्याम नगर
🚨 आगे और भी कॉलेजों पर गाज गिर सकती है
यह पहली बार है जब NCTE ने इतने व्यापक स्तर पर कार्रवाई की है। विभाग के अनुसार, जिन कॉलेजों की संचालन व्यवस्था ठीक नहीं होगी
या छात्रों की न्यूनतम उपस्थिति पूरी नहीं होगी, उनकी मान्यता भी रद्द की जाएगी।
शिक्षा व्यवस्था की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई महत्वपूर्ण मानी जा रही है।