अब हर सेमेस्टर में मिलेगी छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति, छात्रों को बड़ी राहत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने छात्रों के हित में एक बड़ा निर्णय लिया है। अब स्नातक (Graduation) व परास्नातक (Post-Graduation) के विद्यार्थियों को हर सेमेस्टर में छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति दी जाएगी। पहले यह व्यवस्था वर्ष में केवल एक बार थी, जिससे छात्रों को छमाही शुल्क का इंतजाम करने में कठिनाई होती थी। नई व्यवस्था से विद्यार्थियों को समय पर आर्थिक सहायता मिलेगी और पढ़ाई में बाधा नहीं आएगी।
मुख्य निर्णय और लाभ:
- अब साल में दो बार (हर सेमेस्टर) छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति मिलेगी।
- पोर्टल सालभर खुला रहेगा, ताकि कोई छात्र छूट न जाए।
- फेस रिकॉग्निशन आधारित उपस्थिति से ही सत्यापन होगा, फर्जीवाड़ा रोकने की कोशिश।
- छूटे हुए छात्रों को तकनीकी कारणों से दोबारा आवेदन का मौका मिलेगा।
- छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए निदेशकों की कमेटी बनाई गई है।
- अब मोबाइल ऐप के माध्यम से भी आवेदन फॉर्म भरने की सुविधा शुरू की जाएगी।
बैठक में शामिल हुए मंत्री:
- ओमप्रकाश राजभर (अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री)
- असीम अरुण (समाज कल्याण राज्यमंत्री – स्वतंत्र प्रभार)
- नरेंद्र कश्यप (पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री – स्वतंत्र प्रभार)
- दानिश आज़ाद अंसारी (अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री)
समस्याओं के समाधान के लिए बनी कमेटी:
- समाज कल्याण, पिछड़ा वर्ग, और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तीनों निदेशकों की कमेटी बनाई गई है।
- यह कमेटी छात्रों से संवाद कर कठिनाइयों का अध्ययन करेगी और सुझाव देगी।
निष्कर्ष:
इस फैसले से लाखों छात्रों को लाभ मिलेगा, जो आर्थिक तंगी के कारण उच्च शिक्षा में पिछड़ जाते हैं। सेमेस्टर आधार पर छात्रवृत्ति मिलने से छात्र अपनी पढ़ाई को बिना आर्थिक बाधा के जारी रख सकेंगे। साथ ही फर्जीवाड़ा रोकने और तकनीकी पारदर्शिता के लिए की गई व्यवस्थाएं भी सराहनीय हैं।