छात्र की संदिग्ध मौत पर उबाल: शिक्षिकाओं के बयान दर्ज, पर शक बरकरार
नैनी के महदेवा पट्टी क्षेत्र में पढ़ने वाली मासूम छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया है। घटना शनिवार को उस समय और गंभीर हो गई जब खण्ड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय की दो शिक्षिकाओं के बयान दर्ज किए।
तीन चोटें, कई सवाल
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के शरीर पर तीन अलग-अलग चोटों के निशान सामने आए हैं—एक सिर पर, दूसरी पीठ पर और तीसरी कमर पर। परिजनों ने स्कूल की शिक्षिकाओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि बच्ची को पीटा गया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।
शिक्षिकाओं के विरोधाभासी बयान
बयान दर्ज कराने आई दोनों शिक्षिकाओं ने अलग-अलग जानकारी दी। दोनों के बयानों से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे सच्चाई को छुपाने की कोशिश की जा रही हो। शिक्षा अधिकारी ने साफ किया कि मामले में और भी लोगों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
लोगों में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
अभिभावक एकता समिति ने उत्तर प्रदेश सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। अगर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो संगठन सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगा। समिति का आरोप है कि मासूम को बुरी तरह पीटा गया जिससे उसकी जान चली गई।
मामले पर पुलिस की चुप्पी
स्थानीय पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। परिजनों की तहरीर पर शिक्षिकाओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन जांच की रफ्तार कई सवाल खड़े कर रही है।
क्या बोले डॉक्टर?
अस्पताल के डॉक्टरों ने पुष्टि की है कि चोट के निशान गंभीर हैं और मौत का कारण सीधे तौर पर शारीरिक आघात भी हो सकता है। इससे यह साफ होता जा रहा है कि छात्रा की मौत केवल एक हादसा नहीं बल्कि एक गंभीर लापरवाही या हिंसा का परिणाम हो सकती है।
Source: SARKARIKALAM