प्रदेश में मई की शुरुआत बारिश और तेज हवाओं के साथ, 60 जिलों में अलर्ट जारी


प्रदेश में मई की शुरुआत बारिश और तेज हवाओं के साथ, 60 जिलों में अलर्ट जारी

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उत्तर प्रदेश में मई महीने की शुरुआत इस बार चिलचिलाती गर्मी से नहीं, बल्कि बारिश, तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ होने जा रही है। मौसम विभाग ने 5 मई तक प्रदेशभर में मौसम के बदलते मिजाज को लेकर चेतावनी जारी की है। लगातार सक्रिय मौसम तंत्रों की वजह से 60 जिलों में आंधी, पानी और वज्रपात की संभावना बनी हुई है।

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क्यों बदला मौसम का मिजाज?

लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, वर्तमान में एक शुष्क रेखा (Dry Line) दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से केरल तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से पूरा उत्तर प्रदेश प्रभावित हो रहा है। इसके साथ ही एक शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है।

बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमीयुक्त पुरवा बयार (पूर्वी हवाएं) और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मेल से चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है, जिससे पूरे प्रदेश में वर्षा और वज्रपात की स्थिति बनी हुई है।

कहां-कहां रहेगा मौसम का सबसे ज्यादा असर?

मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और तराई क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित रहेंगे। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है। 60 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

प्रभावित जिले:

लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सीतापुर, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, कासगंज, एटा, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं।

क्या बरतें सावधानियाँ?

  • मौसम के इस बदलाव के दौरान खुले स्थानों पर जाने से बचें
  • मोबाइल फोन या बिजली से जुड़े उपकरणों का प्रयोग वज्रपात के समय न करें
  • किसान फसल की कटाई और भंडारण जल्द से जल्द कर लें
  • बिजली के खंभों, पेड़ों और कमजोर दीवारों से दूरी बनाकर रखें

निष्कर्ष:

5 मई तक मौसम का मिजाज बेहद संवेदनशील बना रहेगा। ऐसे में जरूरी है कि आम जनता और प्रशासन दोनों ही सतर्क रहें। प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए समय रहते की गई तैयारी ही सुरक्षा की गारंटी है।


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