पढ़ाई की गुणवत्ता की जांच करेगी टास्क फोर्स
स्थान: लखनऊ | स्रोत: राज्य ब्यूरो, जागरण

मंडलीय और जिला अधिकारियों की टीमें करेंगी निगरानी
शिक्षा विभाग ने यह जिम्मेदारी मंडलीय व जिला स्तरीय शिक्षा अधिकारियों को सौंपी है। वे न केवल शिक्षण व्यवस्था बल्कि विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं पर भी रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर जहां जरूरी होगा वहां सुधारात्मक कदम तुरंत उठाए जाएंगे।
746 KGBV विद्यालयों में होगी व्यापक जांच
उत्तर प्रदेश में कुल 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हैं। इन सभी में छात्राओं को मुफ्त आवासीय सुविधा, भोजन, पढ़ाई सामग्री, इंटरनेट और डिजिटल संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं। लेकिन अब यह जांचा जाएगा कि ये सुविधाएं वास्तव में छात्राओं को मिल भी रही हैं या नहीं।
छात्राओं की समझ भी होगी मूल्यांकित
टास्क फोर्स सिर्फ शिक्षकों की कार्यशैली ही नहीं देखेगी, बल्कि यह भी जांचेगी कि छात्राएं विषयों को सही से समझ रही हैं या नहीं। इसके लिए ऑडिट के रूप में टेस्ट, मौखिक मूल्यांकन और कक्षा निरीक्षण किए जाएंगे। साथ ही यह भी देखा जाएगा कि विद्यालय में शिक्षक और वार्डन अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं या नहीं।