विद्यालय समय परिवर्तन पर माननीय कार्यवाहक सभापति इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह जी का बड़ा कदम
लखनऊ, 15 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए माननीय कार्यवाहक सभापति, देवरिया आपदा प्रबंधन जाँच समिति, इंजीनियर अवनीश कुमार सिंह ने प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश शासन को एक अहम पत्र प्रेषित किया है। यह पत्र विशेष रूप से उन विद्यालयों के लिए है, जहाँ 6 से 14 वर्ष के बच्चों की पढ़ाई के लिए ग्रीष्मकालीन समय निर्धारित किया जाता है।
विद्यालय समय में हो रहा था असंतुलन
पत्र में उल्लेख किया गया है कि कुछ विद्यालयों का संचालन प्रात: 08:00 बजे से अपराह्न 2:00 बजे तक किया जा रहा है, जबकि ग्रीष्मकालीन अवधि में निर्धारित समय 8:00 से 1:00 बजे अथवा 7:00 से 12:00 बजे तक होता है। कोविड-19 के दौरान समय में एक घंटे की वृद्धि की गई थी, लेकिन ग्रीष्मकाल बीत जाने के बाद भी समय में कोई संशोधन नहीं किया गया।
यह भी उल्लेख किया गया कि कई विद्यालयों में शिक्षकों/शिक्षिकाओं को आधे घंटे पूर्व ही बुलाया जा रहा है, जिससे उनके लिए विद्यालय समय से जुड़ी असुविधाएं और सुरक्षा संबंधी चिंताएं उत्पन्न हो रही हैं।
छात्रों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय
माननीय अवनीश कुमार सिंह ने स्पष्ट रूप से आग्रह किया है कि छात्र हित एवं शिक्षा हित को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों का ग्रीष्मकालीन संचालन समय निर्धारित किया जाए। उन्होंने दो वैकल्पिक समय सुझाव दिए हैं:
- प्रातः 7:30 से 12:30 बजे तक
- प्रातः 8:00 से 1:00 बजे तक
उन्होंने यह भी कहा कि इस आदेश का तत्काल प्रभाव से क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए ताकि छात्रों की उपस्थिति नियमित हो सके और विभाग द्वारा निर्धारित शैक्षिक लक्ष्यों को प्रभावी ढंग से प्राप्त किया जा सके।
निष्कर्ष
विद्यालय समय में बदलाव का यह सुझाव निश्चित रूप से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के हित में है। यह पहल शिक्षा प्रणाली को अधिक संगठित और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
— रिपोर्ट: Sarkarikalam.com