उत्तर प्रदेश के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को 200 करोड़ रुपये से किया जाएगा सशक्त
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डीआईईटी को मिलेगा 200 करोड़ का बजट:
उत्तर प्रदेश के डिया शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) को 200 करोड़ रुपये से सशक्त किया जाएगा। यह कदम राज्य सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए उठाया जा रहा है। इसके तहत टीचर्स ट्रेनिंग मैनेजमेंट सिस्टम (टीटीएमएस) तैयार किया जाएगा, जिससे प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण की जानकारी और योजना ऑनलाइन होगी।
टीटीएमएस का महत्व:
टीटीएमएस एक ऐसा सिस्टम होगा जिसमें ऑनलाइन डाटा रहेगा, और यह तय करेगा कि शिक्षकों को किस विषय और समय के अनुसार कौन सा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शिक्षकों को एक समान तरीके से प्रशिक्षित किया जाए, ताकि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सकें।
सोलर प्लांट और स्मार्ट क्लास:
इस पहल के तहत प्रत्येक डायट में 20 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया जाएगा, ताकि बिजली की समस्याओं को दूर किया जा सके। इसके अलावा, हर डायट में चार स्मार्ट क्लास बनेंगी। ये क्लासेस आधुनिक शैक्षिक तकनीक से लैस होंगी, जो शिक्षकों को आडियो-वीडियो माध्यम से कठिन पाठों को समझाने में मदद करेंगी।
संगीत व कला प्रयोगशाला और नवाचार सेल:
वहीं, संगीत और कला प्रयोगशाला और नवाचार सेल की स्थापना भी की जाएगी। इन प्रयोगशालाओं का उद्देश्य प्रशिक्षुओं के व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में भी प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सारांश:
इस पूरी पहल का मुख्य उद्देश्य राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण और उन्नत तकनीकी सुविधाएं प्रदान करना है, ताकि छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिल सके। सोलर प्लांट, स्मार्ट क्लास और नवाचार सेल जैसे कदम शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए अहम साबित होंगे।
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