गालीबाज शिक्षिका निलंबित: छात्राओं की शिकायत पर बीएसए की बड़ी कार्रवाई ⚠️
गोरखपुर: शिक्षा क्षेत्र में अनुशासनहीनता को लेकर एक अहम कदम उठाते हुए बीएसए रमेन्द्र कुमार सिंह ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय जंगल हरपुर में तैनात सहायक अध्यापिका किरन देवी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई छात्राओं की गंभीर शिकायत और खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) सबिस्ता परवीन की रिपोर्ट के आधार पर की गई है।
छात्राओं ने बताई आपबीती
25 मार्च को विद्यालय की कई छात्राओं ने बीएसए और बीईओ को एक लिखित पत्र भेजकर शिक्षिका पर गंभीर आरोप लगाए। पत्र में कहा गया कि शिक्षिका गाली-गलौज करती हैं, अभिभावकों से बदतमीज़ी से बात करती हैं और स्कूल में नियमित उपस्थिति भी नहीं देतीं।
मीडिया ने भी उठाई आवाज़
इस मामले को ‘हिन्दुस्तान’ अखबार ने 9 अप्रैल के संस्करण में ‘छात्राओं ने की गालीबाज शिक्षिका की शिकायत’ शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिससे शिक्षा विभाग की नींद टूटी और कार्रवाई तेज़ की गई।
जांच में पुष्टि हुई लापरवाही
बीईओ सबिस्ता परवीन द्वारा की गई जांच में यह पुष्टि हुई कि शिक्षिका हस्ताक्षर तो करती थीं, लेकिन समय नहीं दर्ज करती थीं और दोपहर से पहले ही विद्यालय छोड़ देती थीं। साथ ही, 24 जनवरी और 3 फरवरी को बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहीं। अन्य शिक्षकों और बच्चों ने भी शिकायतों की पुष्टि की।
बीएसए का आदेश
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षिका किरन देवी को निलंबित करते हुए भटहट बीआरसी से संबद्ध कर दिया है। यह कार्रवाई शिक्षा व्यवस्था की गरिमा को बनाए रखने की दिशा में एक सख्त और सराहनीय कदम माना जा रहा है।
हमारा निष्कर्ष
विद्यालय बच्चों के भविष्य की नींव होता है, और वहां कार्यरत शिक्षकों का व्यवहार पूरी तरह से मर्यादित, प्रेरणादायक और अनुशासित होना चाहिए। ऐसे मामलों में त्वरित और ठोस कार्रवाई होना न केवल ज़रूरी है, बल्कि यह अन्य शिक्षकों के लिए भी एक कड़ा संदेश है।
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✍️ रिपोर्ट: शिक्षा संवाददाता | स्रोत: हिन्दुस्तान अख़बार