माध्यमिक शिक्षा आयोग के नए फरमान से मचा हड़कंप
स्थान: बहराइच | रिपोर्ट: संवाद न्यूज एजेंसी
परास्नातक के साथ B.Ed अनिवार्यता से दो साल तक फार्म भरने से होंगे वंचित
यह फैसला खासतौर से उन युवाओं के लिए चिंता का कारण बना है जो पहले परास्नातक के बाद बीएडदो साल का इंतजार
बीएड कर चुके या कर रहे अभ्यर्थियों ने नई नीति को अव्यवहारिकनीति को शिक्षा विरोधी
पिछली भर्तियों में बीएड कर रहे अभ्यर्थियोंपंजीकरण, परीक्षा और चयन प्रक्रिया से बाहरपरास्नातक के बाद बीएडफॉर्म भरने के लिए दो साल
इंटर कॉलेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए छात्रों से बीएड और परास्नातक दोनों डिग्रियांसमय की कमी या अन्य कारणों सेपुनर्विचार के लिए उच्च न्यायालय
क्या कहते हैं अभ्यर्थी…
बीएड का अस्तित्व बचाने की हो रही कोशिश?
क्या कहते हैं कॉलेज और शिक्षाविद?