शिक्षकों का आंदोलन 21 अप्रैल को
स्थान: इको गार्डन, लखनऊ | रिपोर्ट: अमृत विचार संवाददाता
प्रदेशव्यापी आक्रोश का स्वरूप
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा की अध्यक्षता में लखनऊ के नेशनल इंटर कॉलेज में आयोजित प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रदेश भर के 21 हज़ार शिक्षक बीते दो वर्षों से सेवा सुरक्षा की बहाली की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ने अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
सेवा सुरक्षा की अनदेखी
श्री वर्मा ने कहा कि चयन बोर्ड अधिनियम 1982 के निरस्त होने से सेवा सुरक्षा की धारा 21, पदोन्नति एवं वरिष्ठता जैसे महत्वपूर्ण प्रावधानों को सरकार ने दरकिनार कर दिया है। संगठन ने कई बार मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से वार्ता की लेकिन अभी तक शिक्षक सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 में इन धाराओं को शामिल नहीं किया गया है।
बैठक में शामिल प्रमुख पदाधिकारी
बैठक के दौरान उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा, दीपक सिंह गुंडीर, प्रदेश मंत्री संदीप शुक्ल, प्रमोद कुमार पाठक, पंकज कुमार सिंह समेत संगठन के कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त डॉ. हरि प्रकाश यादव, बिजेन्द्र कुमार, संजय कुमार, विपिन सरोज और अन्य शिक्षकों ने भी अपनी सहभागिता दी।