उत्तर प्रदेश परिषदीय विद्यालयों में नए शैक्षिक सत्र 2025-26 की तैयारियाँ शुरू
मंगलवार को न्याय पंचायत स्तर पर शिक्षक संकुल बैठकें, रचनात्मक शिक्षण पर होगा जोर
लखनऊ, 12 अप्रैल 2025 – उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में नए शैक्षिक सत्र 2025-26 की शुरुआत के साथ ही रचनात्मक और मनोरंजक शिक्षण पद्धतियों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसी क्रम में मंगलवार, 15 अप्रैल को प्रदेशभर में न्याय पंचायत स्तर पर शिक्षक संकुल बैठकें आयोजित की जाएँगी, जिनमें नए सत्र की रणनीति तय की जाएगी।
बैठक के प्रमुख एजेंडा
- शैक्षणिक योजनाएँ:
- दीक्षा ऐप, पीएम ई-विद्या और डिजिटल शिक्षण संसाधनों का उपयोग।
- हैंडआउट, प्रिंटेड सामग्री और शिक्षण किट्स का वितरण।
- नवाचारी शिक्षण:
- “एक सीख-एक बदलाव” पहल के तहत शिक्षकों द्वारा नए प्रयोगों का प्रस्तुतीकरण।
- महापुरुषों की जीवनियों को रोचक गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाने की योजना।
- लक्ष्य निर्धारण:
- निपुण भारत मिशन के तहत बच्चों की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करना।
- नामांकन बढ़ाने और ड्रॉपआउट रोकने के उपाय।
- क्लब गतिविधियाँ:
- विज्ञान, पुस्तकालय, खेल और सांस्कृतिक क्लबों की योजना बनाई जाएगी।
अधिकारियों के लिए निर्देश
- महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) कंचन वर्मा ने बीएसए, डायट प्राचार्य, बीईओ, एसआरजी और एआरपी को बैठक में अनिवार्य रूप से शामिल होने का आदेश दिया है।
- मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नए सत्र की विशेषताएँ
- बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर: शैक्षणिक गतिविधियों के साथ योग, खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- शिक्षक प्रशिक्षण: डायट और एसआरजी द्वारा नवीनतम शिक्षण तकनीकों पर वर्कशॉप।
- पालक-शिक्षक संवाद: अभिभावकों को बच्चों की प्रगति से अवगत कराने के लिए मासिक बैठकें।
आगे की रणनीति
- 15 अप्रैल की बैठक में तय किए गए लक्ष्यों को 30 अप्रैल तक क्रियान्वित करना।
- मई-जून में समर कैंप आयोजित कर बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना।
निष्कर्ष
यह नया शैक्षिक सत्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के कौशल विकास को समर्पित है। शिक्षकों और अधिकारियों की टीम “सब पढ़ें, सब बढ़ें” के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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(अधिक जानकारी के लिए बेसिक शिक्षा विभाग, UP की वेबसाइट देखें।)