🛑 यूपी: बिना अनुमति अवैतनिक अवकाश पर रहे शिक्षामित्रों और अनुदेशकों पर कार्रवाई तय, बेसिक शिक्षा विभाग सख्त
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की अनियमित उपस्थिति को लेकर सख्त रुख अपनाया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि अवैतनिक अवकाश का कोई प्रावधान नहीं है, फिर भी कई शिक्षक बिना अनुमति लंबे समय तक स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं, जिससे शिक्षण व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश भर में कई शिक्षामित्र और अनुदेशक निजी कारणों से स्कूल से गायब रहते हैं और किसी प्रकार की औपचारिक अनुमति नहीं लेते। इस स्थिति को गंभीर मानते हुए विभाग ने सभी जिलों से रिपोर्ट तलब की है।
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह से अवकाश लेना न केवल सेवा नियमों का उल्लंघन है बल्कि यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी है। शासन स्तर से यह निर्देश दिया गया है कि ऐसे शिक्षकों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इसमें वेतन कटौती, निलंबन और अन्य कठोर कदम शामिल हो सकते हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग अब एक नई नीति तैयार कर रहा है, जिसका उद्देश्य शिक्षक उपस्थिति प्रणाली को पारदर्शी और सख्त बनाना है। इसके तहत छुट्टी नियमों को कड़ा किया जाएगा और जिला स्तर पर शिकायत निवारण तंत्र को भी सशक्त किया जाएगा ताकि शिक्षक अपनी वास्तविक समस्याएं सामने रख सकें।
बेसिक शिक्षा के अपर निदेशक गणेश कुमार ने कहा है कि जो भी शिक्षक, शिक्षामित्र या अनुदेशक शैक्षिक कार्यों में लापरवाही बरतेगा, उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। निजी कार्यों के लिए अवैतनिक अवकाश लेने वाले कर्मियों की पहचान कर जांच की जा रही है।