उत्तर प्रदेश में संस्कृत शिक्षा को मिला नया विस्तार – 7 नए इंटर कॉलेजों को मान्यता!
संस्कृत शिक्षा को मिला नया संबल – नए सत्र से शुरू होंगी क्लासेस!
लखनऊ | शिक्षा डेस्क:
उत्तर प्रदेश सरकार ने संस्कृत पठन-पाठन को बढ़ावा देने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। सत्र 2025-26 से प्रदेश में 7 नए निजी इंटर कॉलेजों को संस्कृत शिक्षा के लिए मान्यता प्रदान की गई है। साथ ही 3 पुराने कॉलेजों को भी डिप्लोमा कोर्स चलाने की अनुमति दी गई है।
📌 कुल नए मान्यता प्राप्त कॉलेज: 7
📚 डिप्लोमा कोर्स अनुमति प्राप्त कॉलेज: 3
🏫 कुल सक्रिय संस्कृत कॉलेज अब: 1363
अब और कॉलेजों में होंगे संस्कृत डिप्लोमा कोर्स
संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा जिन डिप्लोमा कोर्सों की मंजूरी दी गई है, वे हैं:
🔸 पुरोहित एवं कर्मकांड
🔸 योग
🔸 ज्योतिष
🔸 वास्तुशास्त्र
इन पाठ्यक्रमों से न केवल छात्रों को भारतीय संस्कृति की गहराई का ज्ञान मिलेगा, बल्कि उन्हें रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
प्रदेश में संस्कृत शिक्षा की स्थिति अब कैसी है?
संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा दी गई ताजा रिपोर्ट के अनुसार:
✅ 1257 निजी कॉलेजों को पहले से मान्यता प्राप्त है
✅ अब 7 नए कॉलेज जुड़ गए हैं – कुल 1264 निजी कॉलेज
✅ 97 एडेड कॉलेज
✅ 2 राजकीय इंटर कॉलेज
अब ये सभी कॉलेज सत्र 2025-26 से छात्रों को प्रवेश देंगे।
सचिव शिवलाल ने क्या कहा?
संस्कृत शिक्षा परिषद के सचिव शिवलाल का कहना है:
“प्रदेश सरकार के प्रयासों से संस्कृत भाषा के क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं काफी बढ़ी हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि संस्कृत अब सिर्फ भाषा नहीं रही, बल्कि एक वैकल्पिक करियर ऑप्शन बन चुकी है।
संस्कृत के क्षेत्र में युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
🕉️ परंपरा से तकनीक तक – संस्कृत बना रहा सेतु
🎓 अब युवाओं को मिलेगा ज्ञान और करियर का संगम
💼 रोजगार के नए रास्ते – पुरोहित, ज्योतिषाचार्य, वास्तुविद और योग प्रशिक्षक बनने का अवसर
नए सत्र में प्रवेश कब से?
सत्र 2025-26 से इन सभी कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इच्छुक छात्र संबंधित कॉलेजों से संपर्क कर सकते हैं।
क्या आप या आपके जानने वाले छात्र संस्कृत में करियर बनाना चाहते हैं?
तो यह है एक सुनहरा अवसर!
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