एनसीईआरटी की अनुमति मिलने के बाद जल्द छपेंगी यूपी बोर्ड की किताबें
स्थान: प्रयागराज | अप्रैल 2025
एक सत्र के अंतराल के बाद यूपी बोर्ड ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (एनसीईआरटी) की किताबों के प्रकाशन की तैयारी शुरू कर दी है। रॉयल्टी और जीएसटी के रूप में दो करोड़ से अधिक की राशि भुगतान करने के बाद एनसीईआरटी ने अनुज्ञप्ति जारी करते हुए किताबें छापने की अनुमति दे दी है।
अब स्वीकृत पुस्तकों के प्रकाशन के लिए टेंडर जारी किया जाएगा और प्रक्रिया पूरी होते ही किताबों की छपाई का काम शुरू हो जाएगा। बोर्ड से संबद्ध 27 हजार से अधिक स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के एक करोड़ से अधिक छात्र-छात्राएं जुलाई के पहले सप्ताह में किताबें पाने की उम्मीद कर सकते हैं।
बोर्ड की यह है खास तैयारी:
- कक्षा 9 से 12 तक की किताबें जुलाई में ही उपलब्ध होंगी।
- दो करोड़ रुपये की रॉयल्टी और जीएसटी भुगतान के बाद मिली अनुमति।
- प्रकाशन प्रक्रिया को लेकर जल्द जारी होगा टेंडर।
- एनसीईआरटी की अधिकृत व सस्ती किताबें होंगी उपलब्ध।
पिछले वर्ष एनसीईआरटी को भुगतान न होने के कारण किताबें देर से उपलब्ध हो सकीं थीं, जिससे छात्रों को परेशानी हुई थी। लेकिन इस बार बोर्ड ने समय से सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। शिक्षा सत्र 2025-26 की शुरुआत अप्रैल से हो चुकी है और जुलाई से पहले किताबें मिलने की पूरी संभावना है।
“इस बार भी जुलाई में नौवीं से बारहवीं तक की किताबें मिलने की पूरी उम्मीद है। प्रक्रिया पूरी होते ही टेंडर जारी कर दिया जाएगा।”
– माध्यमिक शिक्षा विभाग, प्रयागराज