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शिक्षा में नवाचार को मिलेगा नया मंच, सभी डायट में लगेगा नवाचार मेला ✨
उत्तर प्रदेश के सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में अब शिक्षा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विशेष नवाचार मेले का आयोजन किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा किए जा रहे नव प्रयोगों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाए, जिससे अन्य शिक्षक भी उनसे प्रेरणा लेकर उन्हें अपनाएं।
शिक्षकों के नव प्रयोगों की होगी प्रस्तुति 👩🏫👨🏫
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) की ओर से सभी डायट को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र के प्रतिभाशाली शिक्षकों के नवाचारों को इस मेले में प्रदर्शित करें। यह पहल उन शिक्षकों के लिए एक बड़ा अवसर है जो सीमित संसाधनों के बीच भी नई शिक्षण विधियों को अपनाकर छात्रों के अनुभव को बेहतर बना रहे हैं।
डीएलएड प्रशिक्षुओं को भी मिलेगा प्रोत्साहन 🎓
डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) के प्रशिक्षुओं के लिए भी यह मेला एक प्रेरणा स्रोत बनेगा। SCERT के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान के अनुसार, प्रशिक्षुओं को नव प्रयोगों के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि वे भी भविष्य में एक सृजनशील शिक्षक बनें।
हर महीने की 15 तारीख को होंगी विशेष प्रतियोगिताएं 📅
प्रत्येक डायट में अब हर महीने की 15 तारीख को योग एवं सूचना-संचार तकनीकी (ICT) से जुड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इन गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षुओं के व्यक्तित्व का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाएगा, जो उनके पेशेवर जीवन में भी सहायक होगा।
कृषि और पर्यावरण प्रदर्शनी भी रहेंगी आकर्षण का केंद्र 🌿🚜
सभी डायट संस्थानों में कृषि एवं पर्यावरण से संबंधित प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएंगी। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों और प्रशिक्षुओं को पर्यावरणीय चेतना से जोड़ना है। साथ ही, भारत सरकार की पहल को आगे बढ़ाते हुए ‘श्री अन्न’ (मिलेट्स) को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे स्वस्थ जीवनशैली और पोषण को बढ़ावा मिले।
निष्कर्ष:
यह पहल उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी क्रांतिकारी शुरुआत है। इससे न केवल शिक्षकों और प्रशिक्षुओं की रचनात्मकता को पहचान मिलेगी, बल्कि शिक्षा के स्तर को भी नई ऊंचाई मिलेगी। नवाचार, तकनीक और परंपरा का यह संगम निश्चित रूप से छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाएगा।
शिक्षा में नव सोच ही परिवर्तन की असली चाबी है।
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शिक्षा में क्रांति की ओर एक और कदम!