सौरभ हत्याकांड के बाद नीले ड्रम की बिक्री पर संकट, ग्राहकों से आधार कार्ड की मांग पर उठे सवाल

सौरभ हत्याकांड के बाद नीले ड्रम की बिक्री पर संकट, ग्राहकों से आधार कार्ड की मांग पर उठे सवाल 🛢️🔍

मेरठ: घरों में दूध, पानी और अनाज जैसी चीजों को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल होने वाले नीले ड्रम की खरीद अब आसान नहीं रही। सौरभ हत्याकांड में इस ड्रम के उपयोग के बाद, व्यापारियों ने इसे बेचने के नियम कड़े कर दिए हैं। अब ग्राहकों को इसे खरीदने के लिए अपनी पहचान साबित करनी पड़ रही है, और कुछ दुकानदार तो आधार कार्ड तक मांग रहे हैं।


🛑 व्यापारियों में डर, पुलिस कर रही पूछताछ

सौरभ हत्याकांड के खुलासे के बाद पुलिस नीले ड्रम बेचने और खरीदने वाले लोगों से पूछताछ कर रही है। इससे दुकानदार सतर्क हो गए हैं और अब वे हर ग्राहक का रिकॉर्ड मेंटेन कर रहे हैं।

✅ दुकानदार ड्रम खरीदने का कारण पूछ रहे हैं।
पहचान पत्र या आधार कार्ड की मांग की जा रही है।
✅ पुलिस ड्रम खरीदने वालों से रास्ते में पूछताछ कर रही है।
बाजार में बिक्री 90% तक गिर गई है।


📉 नीले ड्रम की बिक्री में भारी गिरावट

मेरठ के जली कोठी, कबाड़ी बाजार और हापुड़ अड्डे जैसी जगहों पर 100 रुपये से 1500 रुपये तक के ड्रम मिलते हैं। लेकिन हत्याकांड के बाद इनकी बिक्री लगभग ठप हो गई है।

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🔹 पहले रोज़ 10-12 ड्रम बिकते थे, अब मुश्किल से 2-3 ग्राहक आ रहे हैं।
🔹 पुलिस पूछताछ के डर से ग्राहकों ने खरीदारी बंद कर दी है।
🔹 व्यापारियों के पास स्टॉक जमा हो रहा है, और नुकसान बढ़ रहा है


📜 आधार कार्ड मांगना कितना सही?

सवाल यह उठता है कि क्या नीला ड्रम खरीदने पर पहचान पत्र मांगना उचित है?

✔️ सुरक्षा के दृष्टिकोण से दुकानदार सतर्क हो गए हैं, ताकि गलत हाथों में यह सामान न जाए।
✔️ लेकिन आधार कार्ड मांगना कानूनी रूप से विवादास्पद हो सकता है, क्योंकि यह एक सामान्य उपयोग की वस्तु है और इसके लिए पहचान पत्र की अनिवार्यता का कोई सरकारी नियम नहीं है।
✔️ अगर पुलिस को किसी विशेष मामले में जांच करनी है, तो यह उनकी ज़िम्मेदारी है, न कि व्यापारियों की।


📢 व्यापारियों और विशेषज्ञों की राय

🔹 शैकी वर्मा, व्यापारी नेता:
“सौरभ हत्याकांड के बाद ड्रम को एक अलग नजरिए से देखा जा रहा है। व्यापारी एहतियात के तौर पर खरीदारों से उनका पता और खरीद का कारण पूछ रहे हैं।”

🔹 सनी कुमार, दुकानदार:
“हमारे पास स्टॉक पड़ा हुआ है, लेकिन ग्राहक नहीं आ रहे। कोई अजनबी व्यक्ति ड्रम खरीदने आए तो हम उससे पहचान पत्र मांग रहे हैं।”

🔹 ईसा, दुकानदार:
“ड्रम की बिक्री लगभग खत्म हो गई है। पुलिस भी पूछताछ कर रही है, जिससे लोगों में डर का माहौल है।”

🔹 इकराम, दुकानदार:
“पहले फैक्ट्रियां और व्यापारी बड़ी संख्या में खरीदारी करते थे, लेकिन अब वे भी डर रहे हैं। अब हमें हर ग्राहक से पूछना पड़ता है कि वे ड्रम किस काम के लिए ले रहे हैं।”


🚨 निष्कर्ष:

🔴 सुरक्षा महत्वपूर्ण है, लेकिन नीले ड्रम की बिक्री पर इस तरह की रोक व्यापार और आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
🔴 आधार कार्ड मांगना अनिवार्य नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह सरकार द्वारा जारी कोई नियम नहीं है।
🔴 पुलिस को अपनी जांच प्रक्रिया को संतुलित और पारदर्शी रखना चाहिए, ताकि निर्दोष व्यापारियों और ग्राहकों को अकारण परेशानी न उठानी पड़े।

📢 आपकी क्या राय है? क्या दुकानदारों द्वारा आधार कार्ड मांगना सही है? कमेंट में अपनी राय दें! 💬

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