🚌 600 वाला बस टिकट चार हजार के पार, दिवाली पर कैसे जाएं घर?
त्योहार की खुशियों के बीच यात्रियों की परेशानी — दिवाली पर निजी बसों के किराये ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, रोडवेज की बसें फुल और यात्रियों की जेब पर भारी बोझ।
🎆 दिवाली का सफर बना सिरदर्द
नोएडा और ग्रेटर नोएडा से अपने घर जाने वाले लोगों के लिए इस बार दिवाली की यात्रा किसी चुनौती से कम नहीं है। यात्रियों की भीड़ और सीमित बस सेवाओं की वजह से निजी बस ऑपरेटरों ने किराये में जबरदस्त बढ़ोतरी कर दी है। जो टिकट पहले ₹600 में मिलती थी, अब वही टिकट ₹4000 तक पहुंच चुकी है।
💰 बढ़े किरायों ने यात्रियों को किया परेशान
परिवहन निगम की सभी एसी और नॉन-एसी बसें पहले से ही फुल हैं। मजबूरी में लोगों को निजी बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर जैसी रूटों पर किराया चार से छह गुना तक बढ़ गया है।
🧾 प्रमुख रूट और किराया (नोएडा से)
- कानपुर: ₹3500
- लखनऊ: ₹4999
- वाराणसी: ₹5770
- गोरखपुर: ₹7304
- प्रयागराज: ₹7350
यात्री बताते हैं कि दिवाली के पहले ही सप्ताह में टिकट की कीमतें इतनी बढ़ गईं कि स्लीपर सीट लेना भी अब सपना बन गया है।
🚫 बसें फुल, विकल्प शून्य
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सभी स्पेशल बसें पहले ही बुक हो चुकी हैं। 18 और 19 अक्टूबर को जब निजी बसों के परमिट अस्थायी रूप से निलंबित किए गए, तो यात्रियों की मुश्किल और बढ़ गई। अब हालत यह है कि लोग तीन गुना किराया देकर भी किसी तरह घर पहुंचने की जद्दोजहद में हैं।
🗣️ यात्रियों की जुबानी
“निजी बसों के रुकने के लिए कोई जगह भी नहीं मिलती। हर रूट पर भीड़ है और किराया लगातार बढ़ता जा रहा है।”
“मुझे कानपुर जाना था, पर दिवाली से पहले सीट ही नहीं मिल रही। मजबूरी में रेट बढ़ाकर टिकट लेना पड़ा।”
🚗 ऑटो और टैक्सी का भी संकट
बसें न मिलने से लोग अब तीन-तीन बार ऑटो और टैक्सी बदलकर केवल 30 किलोमीटर का सफर तय कर रहे हैं। ग्रेटर नोएडा से दिल्ली, फिर आनंद विहार या कौशांबी पहुंचकर लोग बस या ट्रेन पकड़ने को मजबूर हैं।
📅 क्या है आगे की योजना?
अधिकारी बताते हैं कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा से अतिरिक्त बस सेवाएं चलाने पर विचार किया जा रहा है। फिलहाल यात्री वेबसाइट www.upsrtc.com पर जाकर अपनी बुकिंग की स्थिति जांच सकते हैं।