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🏥 शिक्षकों को मिलेगी कैशलेस चिकित्सा सुविधा – तेज हुई तैयारी
👉 प्रदेश सरकार ने शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा देने के फैसले को अमलीजामा पहनाने की कवायद तेज कर दी है। बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभागों में शिक्षकों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, शिक्षामित्रों और रसोइयों का विस्तृत ब्यौरा जुटाया जा रहा है ताकि योजना को शीघ्र लागू किया जा सके।
🔹 9 से 10 लाख शिक्षकों व परिवार को मिलेगा लाभ
संयुक्त सचिव प्रेम कुमार पांडेय द्वारा उच्च शिक्षा निदेशक को जारी पत्र में कहा गया है कि 2,480 रुपये प्रति वर्ष प्रति कार्मिक के हिसाब से आंकलन करते हुए जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
इस योजना से करीब 9 से 10 लाख शिक्षक और उनके परिवारजन सीधे तौर पर राहत पाएंगे।
🔹 वर्तमान आंकड़े (शिक्षा विभागों में तैनाती)
- 🏫 प्राथमिक विद्यालय: 3,38,590 शिक्षक कार्यरत, 79,000+ पद रिक्त
- 📚 उच्च प्राथमिक विद्यालय: 1,20,860 शिक्षक कार्यरत, 41,000 पद रिक्त
- 👩🏫 शिक्षामित्र: 1,42,450 कार्यरत
- ✍️ अनुदेशक: 25,000 कार्यरत
- 🏫 एडेड माध्यमिक कालेज: 65,000 शिक्षक कार्यरत
स्पष्ट है कि इस योजना का दायरा काफी व्यापक है और यह बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक सभी पर लागू होगी।
🔹 योजना से होंगे बड़े फायदे
✅ शिक्षकों और उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
✅ गंभीर बीमारियों में भी कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
✅ शिक्षकों का आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ेगा।
✅ रसोइयों, अनुदेशकों और शिक्षामित्रों को भी समान लाभ मिलेगा।
✍️ सरकारी कलम की राय
📌 लंबे समय से शिक्षक समाज कैशलेस चिकित्सा सुविधा की मांग कर रहा था।
📌 सरकार का यह कदम निश्चित रूप से सराहनीय है, लेकिन इसे समयबद्ध तरीके से लागू करना सबसे जरूरी है।
📌 यदि योजना सही ढंग से लागू होती है तो यह न केवल शिक्षकों बल्कि लाखों परिवारों के लिए जीवनरेखा साबित होगी।
👉 शिक्षक समाज के लिए यह योजना राहत की बड़ी सौगात है, अब सबकी निगाहें इसके शीघ्र क्रियान्वयन पर टिकी हैं। ✨