यूपी में युवाओं को बड़ी राहत: इस साल TET शुल्क नहीं बढ़ेगा, CM योगी ने दिए सख्त निर्देश


यूपी में युवाओं को बड़ी राहत: इस साल TET शुल्क नहीं बढ़ेगा, CM योगी ने दिए सख्त निर्देश

लखनऊ । उत्तर प्रदेश युवाओं के लिए खुशखबरी है — इस साल शिक्षक पात्रता परीक्षा (Teacher Eligibility Test — टीईटी) का आवेदन शुल्क नहीं बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि TET शुल्क यथावत रखा जाए। इस फैसले से लाखों अभ्यर्थियों को आर्थिक राहत मिलेगी। (Amar Ujala)

WhatsApp Channel Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Channel Join Now

🔍 पूरी कहानी क्या है?

  • क्या प्रस्ताव था? शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPPSC या संबंधित आयोग) ने टीईटी परीक्षा के आवेदन शुल्क में वृद्धि का प्रस्ताव शासन को भेजा था। (Amar Ujala)
  • कितना है मौजूदा शुल्क? अभी आवेदन शुल्क ₹600 है। (Amar Ujala)
  • कब है परीक्षा? प्रस्तावित परीक्षा 29 और 30 जनवरी को आयोजित की जाने की योजना है। (Amar Ujala)
  • टीईटी क्यों ज़रूरी है? सुप्रीम कोर्ट ने कक्षा एक से आठ तक के शिक्षकों के लिए टीईटी को अनिवार्य किया है। जिसके बाद इस परीक्षा के आयोजन की गतिविधियाँ तेज़ हो गई थीं। (Amar Ujala)

💬 मुख्यमंत्री का बयान

सूत्रों के अनुसार, प्रस्ताव की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर नाराज़गी जतायी और उन्होंने स्पष्ट आदेश दिये कि कोई भी शुल्क वृद्धि न हो। उन्‍होंने विभागीय अधिकारियों को “कड़े निर्देश” जारी किये कि यह फैसला तुरंत अमल में लाया जाए। (Amar Ujala)


✅ अभ्यर्थियों के लिए क्या मायने है?

  • जिन छात्रों ने बजट बनाए रखे हैं, उन्हें अब अतिरिक्त खर्च की चिंता नहीं होगी।
  • आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यम वर्ग के अभ्यर्थियों को यह राहत एक महत्वपूर्ण सहारा बनेगी।
  • आवेदकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि शुल्क में बढ़ोतरी से कुछ अभ्यर्थियों के लिए टीईटी देना मुश्किल हो सकता था।

⚠️ कुछ बातें ध्यान देने योग्य

  • शुल्क वृद्धि न होने का निर्णय इस वर्ष के लिए है — भविष्य में क्या होगा, वह समय आने पर स्पष्ट होगा।
  • परीक्षा की तिथियों और आवेदन प्रक्रिया से जुड़ी अन्य शर्तें और निर्देश आयोग द्वारा जारी किये जाएंगे — अभ्यर्थियों को आधिकारिक स्रोतों पर नजर रखनी चाहिए।

🔚 निष्कर्ष

इस फैसले ने यूपी सरकार की युवाओं और शिक्षक बनने की राह में खड़ी आर्थिक बाधाओं को ध्यान में रखते हुए संवेदनशीलता दिखाई है। परीक्षा शुल्क को उसी स्तर पर बनाए रखना, शिक्षा के अवसरों को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।


Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top