चयन आयोग की कार्यशैली पर फिर सवाल ❓ एडेड महाविद्यालयों के असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का साक्षात्कार अटक गया
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की कार्यशैली एक बार फिर कटघरे में है। जिस तरह आयोग पहले एडेड माध्यमिक विद्यालयों की शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथि घोषित करने के बाद भी समय पर परीक्षा नहीं करा सका, अब उसी तरह एडेड महाविद्यालयों के असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती साक्षात्कार भी तय तिथि पर होना मुश्किल लग रहा है।
📌 भर्ती से जुड़ी अहम बातें
- विज्ञापन संख्या–51 के तहत 33 विषयों में 910 पदों पर भर्ती निकाली गई थी।
- लिखित परीक्षा आयोग ने तिथि बदलने के बाद 16 और 17 अप्रैल को कराई।
- परिणाम 4 सितंबर को घोषित किया गया।
- आयोग ने घोषणा की थी कि 25 सितंबर से दो चरणों में साक्षात्कार होंगे।
- बताया गया था कि साक्षात्कार पत्र तिथि से 10 दिन पहले वेबसाइट पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
👉 लेकिन अब सप्ताहभर शेष रहते भी न तो साक्षात्कार पत्र अपलोड हुए हैं और न ही स्थगन की सूचना दी गई है।
📌 आयोग पर उठ रहे सवाल
- पहले ही परीक्षा की उत्तरकुंजी 22 दिन बाद जारी की गई थी।
- मूल्यांकन कार्य में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए शासन ने चार सदस्यीय कमेटी गठित करनी पड़ी थी।
- अब साक्षात्कार की स्थिति पर संशय से अभ्यर्थियों में गहरी नाराज़गी है।
✨ अभ्यर्थियों की परेशानी
अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग की कार्यशैली से समय और ऊर्जा दोनों बर्बाद हो रहे हैं। कई उम्मीदवार दूर-दराज़ से साक्षात्कार की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब अनिश्चितता की वजह से वे मानसिक दबाव में हैं।
✊ सरकारी कलम की अपील
चयन आयोग को चाहिए कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करे। बार-बार तिथि बदलना और सूचना न देना युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। सरकार को इस पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अभ्यर्थियों का विश्वास कायम रह सके।