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अब शिक्षकों के साथ-साथ शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी मिलेगी कैशलेस इलाज की सुविधा 🏥✨
उत्तर प्रदेश के शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिक्षक दिवस पर घोषित की गई कैशलेस इलाज सुविधा अब केवल शिक्षकों तक सीमित नहीं रहेगी। शासन स्तर पर चल रही चर्चाओं में इसे शिक्षणेतर कर्मचारियों तक भी विस्तारित करने का प्रस्ताव है।
📌 क्या है योजना?
- बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के सभी शिक्षकों को कैशलेस इलाज की सुविधा देने की घोषणा पहले ही हो चुकी है।
- अब प्रस्ताव में यह योजना माध्यमिक शिक्षा के स्ववित्तपोषित विद्यालयों, संस्कृत विद्यालयों और अनुदानित कॉलेजों के शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मचारियों को भी शामिल कर सकती है।
- इस योजना का उद्देश्य है कि शिक्षकों और कर्मचारियों को बिना खर्च किए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
📌 हालिया बैठक में क्या हुआ?
- बीते दिनों शासन स्तर पर हुई बैठक में योजना के दायरे और प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा हुई।
- शिक्षा विभाग जल्द से जल्द इस योजना को अंतिम रूप देने में जुटा है।
- संभावना जताई जा रही है कि दीपावली से पहले ही हजारों शिक्षक और कर्मचारी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
✨ सरकारी कलम की राय
यह योजना शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित होगी। वर्षों से शिक्षक और शिक्षणेतर कर्मचारी स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में परेशान थे। अगर यह योजना लागू होती है, तो न केवल उनकी चिकित्सा संबंधी समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि शिक्षा जगत में भी संतोष और उत्साह का माहौल बनेगा।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इस आर्टिकल को एक और भावनात्मक शीर्षक (जैसे “शिक्षक अब होंगे बेफिक्र, इलाज का खर्च उठाएगी सरकार” 💡) देकर और भी आकर्षक बनाऊँ?