Tet : तमिलनाडु आगामी दो वर्षों में 6 बार टीईटी आयोजित करने की योजना


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शैक्षणिक सुधार: तमिलनाडु आगामी दो वर्षों में 6 बार टीईटी आयोजित करने की योजना

चेन्नई, 8 सितम्बर 2025 – सुप्रीम कोर्ट के नवीनतम आदेश के अनुरूप तमिलनाडु राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है: आगामी दो वर्षों में छह बार टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) आयोजित किया जाएगा (The New Indian Express)।

आदेश और पृष्ठभूमि

  • सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि सेवा में वर्तमान सभी शिक्षकों के लिए टीईटी पास करना अब अनिवार्य रहेगा, सिवाय उन शिक्षकों के जिन्होंने सेवानिवृत्ति से पहले केवल पाँच वर्ष सेवा बची हो (The New Indian Express)।
  • नेशनल कौंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) के अनुसार, प्रत्येक राज्य को कम से कम वार्षिक एक टीईटी आयोजित करना आवश्यक है (The New Indian Express)।
  • लेकिन पिछले 12 वर्षों में केवल 6 नियमित टीईटी और 1 विशेष टीईटी ही आयोजित किए गए थे (The New Indian Express)।

नई योजना और कार्यनीति

  • शिक्षा विभाग अब 3 टीईटी वर्ष में आयोजित करने की संभावना पर विचार कर रहा है, ताकि दो वर्षों में कुल 6 टीईटी पूरे हो सकें (The New Indian Express)।
  • इस बार की टीईटी को मध्यम कठिनाई स्तर का रखने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि शिक्षकों को क्वालीफाई करने का अधिक अवसर मिल सके (The New Indian Express)।
  • साथ ही, सेवा में वर्तमान शिक्षकों के लिए अलग विशेष टीईटी आयोजित करने की भी संभावना है—हालांकि इसमें अभी कानूनी स्थिति स्पष्ट नहीं है (The New Indian Express)। कुछ वरिष्ठ वकीलों ने संकेत दिया है कि यह कदम कानूनी बाधा उत्पन्न नहीं करेगा, लेकिन यह तभी लागू होगा जब सुप्रीम कोर्ट में चल रही समीक्षा याचिका का नतीजा अनुकूल नहीं आता (The New Indian Express)।

शिक्षकों की चुनौतियाँ और सरकार की पहल

  • वर्तमान में टीईटी पास प्रतिशत सिर्फ 4.5% है, जो चिंता का विषय है (The New Indian Express)।
  • चाइल्ड डेवलपमेंट एवं पेडागॉजी’ पेपर को शिक्षकों के लिए सबसे कठिन माना जाता है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, शिक्षक संघ ने डीआईईटी (DIETs) के माध्यम से प्रशिक्षण सुविधा प्रदान करने का सुझाव दिया है (The New Indian Express)।

निष्कर्ष

तमिलनाडु सरकार की यह नई पहल शिक्षा क्षेत्र में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखी जा रही है। टीईटी को बार-बार आयोजित करने से शिक्षकों को पास होने की संभावनाएँ बढ़ेंगी, जो उनकी सेवा और करियर दोनों के लिए लाभदायक है। साथ ही, यदि विशेष टीईटी और प्रशिक्षण की सुविधा भी लागू हो गई, तो यह कदम राज्य की गुणवत्ता-पूर्ण शिक्षा व्यवस्था के लिए एक मजबूती साबित होगा।

यदि आप इस रिपोर्ट में और विस्तार चाहें—जैसे कि सरकारी प्रशिक्षण कार्यक्रमों का ढांचा, संघों की प्रतिक्रिया, या आने वाले समय में संभावित तारीखें—तो मैं खुशी से आपकी सहायता करूँ।

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