अब 3 से 6 साल के बच्चों को मिलेगी एक ही छत के नीचे शिक्षा, पोषण और देखभाल! 👶📚🍲
केंद्र सरकार ने बच्चों के समग्र विकास के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अब प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र (AWC) एक ही परिसर में स्थापित किए जाएंगे, जिससे 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को पोषण, शिक्षा और देखभाल – सब कुछ एक ही जगह पर मिलेगा।
क्या है नई पहल?
- आंगनबाड़ी दीदी और प्राथमिक शिक्षक मिलकर काम करेंगे ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा और पोषण दोनों मिल सके।
- प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा (ECCE) को मजबूत किया जाएगा।
- बच्चों के अनुकूल शिक्षण स्थल तैयार होंगे जिसमें सुरक्षा, खेलकूद, स्वच्छता और मानसिक विकास पर विशेष ध्यान होगा।
मुख्य प्रावधान क्या होंगे?
- अलग प्रवेश व निकास द्वार छोटे बच्चों के लिए।
- मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) के लिए अलग रसोई।
- इनडोर और आउटडोर खेल क्षेत्र।
- बच्चों के अनुकूल शौचालय।
- अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
किसका नेतृत्व?
इन दिशा-निर्देशों को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने संयुक्त रूप से जारी किया।
शिक्षकों और अभिभावकों के लिए क्या बदलेगा?
- अब शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलकर योजना बनानी होगी।
- अभिभावकों को प्रारंभिक शिक्षा में शामिल किया जाएगा।
- बच्चों के मानसिक, शारीरिक और सामाजिक विकास पर बराबर फोकस।
सरकारी कलम की राय ✍️
यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप है और बच्चों की बुनियादी शिक्षा को और मजबूत करेगा।
हालांकि, इसकी असली सफलता तब होगी जब पर्याप्त बजट, संसाधन और प्रशिक्षित स्टाफ उपलब्ध कराया जाएगा।