14 साल बाद खुशखबरी! ग्रामीण शिक्षकों का शहरी क्षेत्रों में समायोजन जल्द शुरू 🌆📚
प्रदेश के हजारों बेसिक शिक्षक, जो वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं, उनके लिए बड़ी राहत की खबर है। 14 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अब शहरी क्षेत्रों में समायोजन की प्रक्रिया फिर से शुरू होने जा रही है।
क्या है नया अपडेट?
- बेसिक शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को निर्देश दिए हैं कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की तैनाती का ब्योरा तत्काल भेजें।
- समायोजन की प्रक्रिया ऑनलाइन मोड से होगी।
- पिछली बार 13 अप्रैल 2011 को समायोजन के आदेश जारी हुए थे, तब लगभग 17,000 शिक्षकों को शहरी क्षेत्रों में समायोजित किया गया था।
कितने शिक्षक इंतजार में?
- लगभग 60–70 हजार शिक्षक पिछले 14 वर्षों से शहरी क्षेत्र में समायोजन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
- प्रदेश में वर्तमान में:
- प्राथमिक शिक्षक: 3,38,590
- उच्च प्राथमिक शिक्षक: 1,20,860
दो प्रारूपों में मांगी गई जानकारी
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने दो प्रारूप में सूचनाएं मांगी हैं:
- नगरीय क्षेत्र के विद्यालयों का ब्योरा।
- एक से आठवीं तक पढ़ाने वाले शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक और उनकी आवश्यकता का विवरण।
शिक्षकों के लिए क्या मतलब?
- लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों को शहरी क्षेत्रों में सेवा का अवसर मिलेगा।
- पारिवारिक और सामाजिक परिस्थितियों के अनुरूप कार्यस्थल बदलने का मौका।
- शिक्षा व्यवस्था में शहरी क्षेत्रों की शिक्षक कमी को दूर करने में मदद।
सरकारी कलम की राय ✍️
14 साल से इंतजार कर रहे हजारों शिक्षकों के लिए यह निर्णय राहत की सांस है। अब जरूरी है कि समायोजन प्रक्रिया पारदर्शी, निष्पक्ष और समयबद्ध हो, ताकि शिक्षकों को न्याय मिल सके।