पुरानी पेंशन की मांग तेज़! शिक्षामित्रों की पूर्व सेवा जोड़ने पर बीटीसी शिक्षक संघ का जोर 🏫
उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ ने 28 मार्च 2005 से पूर्व नियुक्त शिक्षामित्रों की पुरानी सेवाओं को जोड़कर उन्हें पुरानी पेंशन (OPS) का लाभ देने की मांग उठाई है।
क्या है मामला?
- जिन शिक्षामित्रों की नियुक्ति 28 मार्च 2005 से पहले हुई थी, उन्हें समय-समय पर विभिन्न शिक्षक भर्तियों के माध्यम से स्थाई शिक्षक का दर्जा मिला।
- अब संघ का कहना है कि उनकी शिक्षामित्र के रूप में पूर्व सेवा को भी गिनकर पेंशन लाभ दिया जाना चाहिए।
बीटीसी शिक्षक संघ की बैठक में उठी मांग
- बैठक रविवार को लखनऊ में हुई।
- संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा:
- 37 जिलों में आदेश जारी हो चुके हैं, लेकिन शेष 38 जिलों में अभी भी आदेश लंबित हैं।
- 1.48 लाख शिक्षामित्रों को नई नियमावली बनाकर स्थाई दर्जा दिया जाए।
- बैठक में उपाध्यक्ष एकसाद अली, धर्मेंद्र यादव, रश्मिकान्त द्विवेदी, सचिव फारुख अहमद, श्याम शंकर यादव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
संघ की प्रमुख मांगें
- शिक्षामित्र काल की सेवा जोड़कर पुरानी पेंशन बहाल की जाए।
- सभी 75 जिलों में एक समान आदेश जारी किए जाएं।
- शिक्षामित्रों को स्थाई शिक्षक का दर्जा देने के लिए नई नियमावली लागू की जाए।
शिक्षकों के लिए क्या मायने रखता है यह कदम?
- यदि पुरानी पेंशन लागू होती है, तो शिक्षकों को निश्चित और सुरक्षित सेवानिवृत्ति लाभ मिलेगा।
- लंबित आदेश जारी होने से 1.48 लाख शिक्षामित्रों को सीधा फायदा होगा।
निष्कर्ष
बीटीसी शिक्षक संघ की यह मांग शिक्षामित्रों के हित में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या पुरानी पेंशन बहाल करने की दिशा में ठोस कदम उठाती है या नहीं।