सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में लापरवाही उजागर: 100 से अधिक डॉक्टर-कर्मचारी अनुपस्थित, डीएम ने दिया सख्त आदेश 🏥⚠️
शुक्रवार को एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में भारी लापरवाही सामने आई। जांच के दौरान 100 से अधिक डॉक्टर और कर्मचारी अनुपस्थित मिले।
डीएम ने रोका वेतन, मांगा स्पष्टीकरण
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने अनुपस्थित डॉक्टरों और कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
निरीक्षण में क्या-क्या खामियां मिलीं?
- चिकित्सकों व कर्मचारियों की अनुपस्थिति
- साफ-सफाई और जल निकासी की खराब व्यवस्था
- दवाओं और औषधि भंडार कक्षों की स्थिति असंतोषजनक
- प्रसव वार्डों व चिकित्सकीय जांच उपकरणों की कमी
- कई केंद्रों में अभिलेखों का रखरखाव अव्यवस्थित
प्रमुख निरीक्षण रिपोर्ट:
- सरदार वल्लभभाई पटेल हॉस्पिटल, भगवतपुर: 26 नियमित कर्मचारियों में 14 और 37 संविदा कर्मचारियों में 19 अनुपस्थित।
- सोरांव सीएचसी: अधीक्षक अनुपस्थित, अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं।
- करछना केंद्र: अधीक्षक अनुपस्थित, औषधि भंडार कक्ष बंद।
- फूलपुर सीएचसी: तीन चिकित्सक अनुपस्थित।
- मांडा, कौड़िहार, जसरा, होलागढ़, मऊआइमा, मेजा, कौंधियारा, धनूपुर में भी कई खामियां और अनुपस्थिति पाई गई।
आगे की कार्रवाई
सीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि सभी सीएचसी में जरूरी व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए।