यूपी बोर्ड का बड़ा फैसला: अब कक्षा 9 से 12 तक व्यावसायिक शिक्षा अनिवार्य! 📚🔧
यूपी बोर्ड (माध्यमिक शिक्षा परिषद) ने विद्यार्थियों के लिए नई पहल की है। अब औपचारिक पढ़ाई के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को कौशल आधारित शिक्षा (Vocational Education) भी दी जाएगी। अगले शैक्षणिक सत्र से कक्षा 9 से 12 तक व्यावसायिक शिक्षा अनिवार्य होगी।
क्या है नई व्यवस्था?
- व्यावसायिक शिक्षा की शुरुआत 1989 में हुई थी, लेकिन लंबे समय तक योजना कागजों तक सीमित रही।
- अब इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत मजबूती से लागू किया जा रहा है।
- विद्यालयों को बिना अतिरिक्त मान्यता के व्यावसायिक शिक्षा शुरू करने की स्वतंत्रता दी गई है।
कौन-कौन से विषय होंगे शामिल?
कक्षा 11 और 12 के लिए अलग-अलग ट्रेड आधारित पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- मोबाइल और घरेलू उपकरण रिपेयरिंग
- कंप्यूटर टेक्निकल मेंटेनेंस
- हेल्थ केयर
- सूचना प्रौद्योगिकी (IT)
- रिटेल ट्रेडिंग
- सिक्योरिटी सर्विसेज
- और कई अन्य आधुनिक मांगों के अनुरूप विषय
छात्रों के लिए फायदे
- पढ़ाई के साथ किसी एक ट्रेड में दक्षता हासिल कर पाएंगे।
- रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- बेरोजगारी घटाने में मदद मिलेगी।
- 12वीं तक आते-आते विद्यार्थी आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
विशेषज्ञों की राय
शिक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम कौशल विकास (Skill Development) के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। इसका सीधा असर तकनीकी और सेवा क्षेत्र में रोजगार की उपलब्धता पर पड़ेगा।