आज़मगढ़: फर्जी डिग्रियों से शिक्षक बना मास्टर, जांच में हुआ पर्दाफाश – FIR दर्ज करने के आदेश 🏫🚨
आजमगढ़ के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तैनात बुलंदशहर निवासी शिक्षक अमित गिरि का फर्जीवाड़ा सामने आया है। हाईस्कूल, स्नातक और बीएड की डिग्रियां फर्जी पाई गईं, जिसके बाद विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
कैसे हुआ खुलासा?
- हाईस्कूल की मार्कशीट संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी की लगी थी, लेकिन उस पर किसी और छात्र का नाम था।
- इंटर की मार्कशीट सही पाई गई (यूपी बोर्ड से)।
- ग्रेजुएशन (B.A.) की डिग्री हापुड़ की मोनार्ड यूनिवर्सिटी से लगाई गई थी, जिसमें पूर्णांक और प्राप्तांक सत्यापित नहीं थे – जांच में फर्जी निकली।
- बीएड की डिग्री मध्य प्रदेश की लगाई गई थी।
विभागीय कार्रवाई
- डीआईओएस ने शिक्षक को बर्खास्त करने और FIR दर्ज कराने के आदेश दिए।
- पूर्व में जेडी आजमगढ़ के पत्र पर उसका वेतन रोककर स्पष्टीकरण मांगा गया था।
- मंडल में 2015–16 की एलटी ग्रेड भर्ती के दौरान कुल 22 शिक्षक फर्जी डिग्रीधारी पाए गए हैं।
क्यों बढ़ रही है फर्जी डिग्री की समस्या?
- मोनार्ड यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थानों से फर्जी डिग्री के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
- शैक्षिक प्रमाण पत्रों की सख्त और पारदर्शी जांच न होने से ऐसे लोग मास्टर बनने में सफल हो जाते हैं।
आगे क्या होगा?
- आरोपी शिक्षक के खिलाफ FIR दर्ज होगी।
- फर्जीवाड़े में शामिल अन्य मामलों की भी जांच जारी रहेगी।