शिक्षकों को राहत: बीएलओ ड्यूटी से मुक्त करने के लिए शिक्षा निदेशक का आदेश जारी 🏫✍️
लखनऊ। शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों के बोझ से राहत देने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। शिक्षा निदेशक (मा०) उ०प्र०, डॉ. महीन्द्र देव ने बुलन्दशहर और हरदोई जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी किए हैं कि शिक्षकों को बीएलओ (BLO) ड्यूटी जैसे गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने हेतु नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
क्या है मामला?
उ०प्र० माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री सुरेश कुमार त्रिपाठी ने दिनांक 04 जुलाई 2025 को एक पत्र भेजकर मांग की थी कि शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों में न लगाया जाए, क्योंकि इससे उनकी शिक्षण गतिविधियां प्रभावित होती हैं और विद्यार्थियों के हितों को नुकसान पहुंचता है।
क्या कहा गया है आदेश में?
शिक्षा निदेशक ने पत्रांक डी०ई०/1563-64/2025-26, दिनांक 08 जुलाई 2025 के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि:
- शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से यथासंभव मुक्त किया जाए।
- इस संबंध में नियमानुसार कार्यवाही कर अवगत कराया जाए।
शिक्षकों के लिए क्यों जरूरी है यह कदम?
लंबे समय से शिक्षक संगठन यह मांग कर रहे थे कि गैर-शैक्षणिक कार्य जैसे BLO ड्यूटी, चुनावी कार्य, जनगणना आदि में उनकी तैनाती कम हो, ताकि वे अपने मूल कार्य, यानी शिक्षण पर पूर्ण ध्यान दे सकें।
इस आदेश से स्पष्ट संकेत मिलता है कि सरकार भी अब शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
क्या होगा आगे?
अब देखना होगा कि जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) स्तर पर इस आदेश का पालन किस तरह और कितनी तेजी से होता है। यदि इसे सही ढंग से लागू किया गया तो हजारों शिक्षकों को राहत मिलेगी और विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर भी सुधरेगा।