यूपी में फिर शुरू होगी TGT जीव विज्ञान भर्ती, शिक्षक संगठनों के दबाव में सरकार का यू-टर्न

यूपी में फिर शुरू होगी TGT जीव विज्ञान भर्ती, शिक्षक संगठनों के दबाव में सरकार का यू-टर्न

लंबे समय से विवादों में घिरे टीजीटी जीव विज्ञान (TGT Biology) पद को लेकर एक बार फिर बड़ा अपडेट सामने आया है। यूपी बोर्ड ने तीन दशक पहले हाईस्कूल स्तर पर जीव विज्ञान विषय को समाप्त कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद इस विषय के शिक्षकों की भर्ती लगातार होती रही। अब सरकार ने शिक्षक संगठनों के दबाव के बाद इसे फिर से शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी है।


क्या है पूरा मामला?

28 मार्च 2024 को जारी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ शिक्षा (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) सेवा (षष्टम संशोधन) नियमावली 2024 के तहत एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) भर्ती के लिए पात्रता नियम तय किए गए थे। इस नियमावली में टीजीटी जीव विज्ञान को बाहर कर दिया गया था, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया।

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  • पुरुष शाखा में 185 पद और महिला शाखा में 29 पद के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं।
  • 22 अप्रैल 2025 के शासनादेश में भी टीजीटी जीव विज्ञान शामिल नहीं था।
  • शिक्षक संगठनों ने इसे अभ्यर्थियों के साथ अन्याय बताया।

शिक्षक संगठनों का तर्क

माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा:

  • एडेड कॉलेजों में जीव विज्ञान पद समाप्त करने से जीव विज्ञान स्नातकों के लिए अवसर खत्म हो रहे हैं।
  • केवल भौतिक और रसायन विज्ञान स्नातकों को मौका देना अनुचित है।
  • जीव विज्ञान अभ्यर्थियों के हितों की अनदेखी हो रही है।

सरकार का रुख

यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने इस विवाद को देखते हुए प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। प्रस्ताव में शामिल प्रमुख बिंदु:

  • एडेड कॉलेजों में टीजीटी जीव विज्ञान पदों पर भर्ती दोबारा शुरू की जाए।
  • सहायता प्राप्त संस्थाओं के समान ही वित्तविहीन स्कूलों में भी चयन की अर्हता सुनिश्चित हो।
  • एलटी ग्रेड को बीएड के समकक्ष मानने का प्रस्ताव।
  • प्रवक्ता नागरिकशास्त्र पद हेतु राजनीति विज्ञान में परास्नातक की अर्हता रखने का अनुरोध।

इसका असर क्या होगा?

  • जीव विज्ञान स्नातक अभ्यर्थियों को फिर से मौका मिलेगा।
  • दशकों से लंबित भर्ती विवाद का आंशिक समाधान हो सकता है।
  • शिक्षक संगठनों का दबाव एक बार फिर असरदार साबित हुआ।

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