यूपी के 53 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ाई होगी अब और रंगीन – हर महीने बच्चों को मिलेगी स्टेशनरी 🎨✏️
प्रदेश के 53,000 आंगनबाड़ी केंद्रों और बालवाटिकाओं में पढ़ने वाले नौनिहालों की शिक्षा को और रोचक व रचनात्मक बनाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब बच्चों को हर महीने स्टेशनरी सामग्री दी जाएगी, जिससे उनकी पढ़ाई केवल किताबों तक सीमित न रहकर रंगों और चित्रों से भरपूर होगी।
क्या-क्या मिलेगा बच्चों को?
- पेंसिल
- क्रेयान
- वाटर कलर
- चार्ट
- फ्लैश कार्ड
- कार्यपत्रक
इन सामग्रियों का उद्देश्य है कि बच्चों की रचनात्मकता बढ़े और शुरुआती शिक्षा की मजबूत नींव रखी जाए।
कितनी राशि और कितने समय के लिए?
- कुल अवधि: 10 महीने
- कुल बजट: ₹53.07 करोड़
- पहली किस्त: ₹26.53 करोड़ जारी
- प्रति केंद्र: ₹1,000 प्रतिमाह स्टेशनरी के लिए
जिम्मेदारी किसकी होगी?
स्टेशनरी खरीदने का जिम्मा विद्यालय प्रबंध समिति (SMC) का होगा, जिसमें शामिल होंगे:
- प्रधानाध्यापक
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
- सुपरवाइजर
- प्री-प्राइमरी नोडल शिक्षक
डायट प्राचार्य मासिक समीक्षा बैठक में प्रगति की निगरानी करेंगे और जिला स्तर पर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
निर्देश क्या दिए गए?
- स्टेशनरी का उपयोग बच्चों की गतिविधियों और कला-कौशल आधारित पढ़ाई में किया जाए।
- उपयोग की गई सामग्री को रोजाना सुरक्षित रखा जाए ताकि अगले दिन फिर इस्तेमाल हो सके।
यह पहल न केवल बच्चों की पढ़ाई को रोचक बनाएगी, बल्कि उन्हें कला, रचनात्मकता और कल्पनाशक्ति के माध्यम से सीखने का नया तरीका भी सिखाएगी।