बाराबंकी में बड़ा हादसा — हैदरगढ़ जा रही रोडवेज बस पर बरगद का पेड़ गिरा 🚨🌧️
संकटकालीन सेवाएँ मौके पर; पीड़ितों का इलाज जारी — पहचान हेतु पुलिस जुटी है
क्या हुआ — घटना का संक्षिप्त विवरण
शुक्रवार सुबह, तेज बारिश व तेज हवा के बीच बाराबंकी से हैदरगढ़ जा रही एक रोडवेज बस के अगले हिस्से पर अचानक एक बड़ा बरगद / गूलर का पेड़ गिर गया। बस के अंदर चीख-पुकार मच गई और कई यात्री फंसे रहे। 🚌🌳
घटना के बाद तत्काल ग्रामीण, वन विभाग और पुलिस बचाव में जुट गए — पेड़ काटकर यात्रियों को बस के भीतर से बाहर निकाला गया। बचाव-कार्य में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगा। 🪓⏱️
यह मार्ग जैदपुर/हरख थाना क्षेत्र के पास (बाराबंकी-हैदरगढ़ मार्ग) बताया जा रहा है।
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जानी-मानी व प्राथमिक जानकारी 📝
मौत का आँकड़ा: शुरुआती रिपोर्टों में अलग-अलग संख्या आ रही हैं — आपातकालीन रिपोर्ट और स्थानीय प्रशासन के मुताबिक घायलों व मृतकों की गिनती में भिन्नता देखी जा रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार मौके पर कम-से-कम 6 लोग की मौत हुई और 17 लोग घायल बताए जा रहे हैं — जिनमें कई गंभीर हालत में हैं।
घायलों का इलाज: घायलों को जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सतरिख में भर्ती कराया गया है; गंभीर मरीजों को प्राथमिक इलाज के बाद आवश्यकतानुसार रेफर किया जा सकता है। 🏥
पहचान: अब तक केवल एक पहचान सार्वजनिक हुई — नगर के गुलहरिया गार्दा निवासी शिक्षा मल्होत्रा। अन्य पीड़ितों की पहचान के लिए पुलिस मौके पर और परिजनों से संपर्क कर रही है।
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विशेष — शिक्षकों का काफिला 🎒✏️
बताया जा रहा है कि हैदरगढ़ में शिक्षा विभाग से संबंधित NCERT-संबंधित ट्रेनिंग जारी थी और ट्रेनिंग में शामिल होने के लिए कुछ शिक्षक बस में सवार थे। खबरों में कहा जा रहा है कि जिन शिक्षकों की मृत्यु हुई, वे बस के आगे के हिस्से पर बैठे हुए थे — जिससे उनका हादसे के समय सबसे अधिक प्रभाव में आना हुआ।
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बचाव कार्य — किसने किया, कितना समय लगा 🚑
तेज़ बारिश के बीच स्थानीय लोगों, पुलिस और वन विभाग ने मिलकर बचाव कार्य किया। पेड़ को काट कर हटाया गया और फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। घटना स्थल पर शीशा तोड़कर पीछे से भी यात्रियों को बचाया गया — इस पूरी प्रक्रिया में करीब डेढ़ घंटे लगे।
स्थानीय लोगों के वर्णन में मौके पर अफरा-तफरी और चीख-पुकार का दृश्य था; आसपास के लोग और बचावकर्मी प्रभावित यात्रियों की मदद में जुट गए।
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प्रशासनिक प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई 🛑
मुक़म्मल सत्यापन एवं राहत-कार्य के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुँच कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक रिपोर्टों के आधार पर आगे की कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी — साथ ही मृतकों के परिजनों से संपर्क कर शोक संवेदना प्रकट की जा रही है एवं आवश्यकता अनुसार राहत उपलब्ध कराई जाएगी।
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पठनाहट — पाठ जिन पर ज़ोर दिया जाना चाहिए 📌
- मौसम चेतावनी: तेज बारिश व तूफ़ानी हवाओं के दौरान पेड़ों के नीचे यात्रा से बचें — सड़क-किनारे खड़े पेड़ों का जोखिम बढ़ जाता है। 🌧️
- राहत-तत्कालता: आपात स्थिति में नज़दीकी टोल-फ्री नंबर, पुलिस और जिला अस्पताल से तुरंत संपर्क करें।
- समुदाय की भूमिका: इस घटना ने फिर एक बार दिखाया कि शुरुआती बचाव में स्थानीय लोग और वन/पुलिस विभाग निर्णायक भूमिका निभाते हैं।