📰 : विद्यालय विलय पर बदलाव से तबादला प्रक्रिया में असमंजस, शिक्षकों में बढ़ी चिंता
📅 प्रकाशन तिथि: 3 अगस्त, 2025
📝 लेखक: सरकारी कलम टीम
प्रदेश में एक किलोमीटर से ज्यादा दूरी और 50 से ज्यादा बच्चों वाले परिषदीय विद्यालयों का विलय न करने के आदेश से पहले जिन ऐसे स्कूलों का विलय हो चुका था, उन्हें निरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इस फैसले का सीधा असर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की चल रही तबादला व समायोजन प्रक्रिया पर पड़ रहा है। इसी क्रम में बेसिक शिक्षा परिषद ने ऑनलाइन आवेदन की तिथि एक से बढ़ाकर चार अगस्त कर दी है।
📌 स्कूलों के विलय में संशोधन को देखते हुए किया गया बदलाव
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी की ओर से हाल ही में जारी आदेश में कहा गया था कि विलय हो चुके विद्यालयों के शिक्षक भी तबादले व समायोजन के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे। लेकिन अब जब कुछ विद्यालयों का विलय निरस्त होने की संभावना है, तो इन स्कूलों के शिक्षक सबसे अधिक ऊहापोह में हैं।
🤔 शिक्षकों की उलझनें बढ़ीं
विलय वाले विद्यालयों के शिक्षक अब इस असमंजस में हैं कि—
- अगर वे तबादले के लिए आवेदन कर देते हैं और उनकी तैनाती किसी अन्य विद्यालय में हो जाती है, और बाद में उनका पुराना विद्यालय फिर से संचालित हो जाता है, तो उस विद्यालय में पढ़ाने की जिम्मेदारी कौन निभाएगा?
- वहीं, यदि विद्यालय का विलय निरस्त हो गया तो क्या संबंधित शिक्षक का तबादला भी निरस्त माना जाएगा?
इन सवालों का जवाब अभी विभाग के पास भी स्पष्ट रूप से उपलब्ध नहीं है।
🕒 एक सप्ताह में पूरी होनी है प्रक्रिया
जिन विद्यालयों का विलय निरस्त किया जाना है, उनकी सूची और प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर पूरी की जानी है। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि या तो विभाग आवेदन की तिथि और आगे बढ़ा सकता है या फिर तबादला नीति में कोई नया संशोधन कर सकता है।
📣 निष्कर्ष
परिषदीय शिक्षकों के लिए यह समय निर्णय लेने में अत्यंत सावधानी बरतने का है। जब तक विभाग की ओर से स्पष्ट निर्देश नहीं मिलते, तब तक तबादले को लेकर जल्दबाजी करना उचित नहीं होगा।
📢 सरकारी कलम शिक्षक हित से जुड़ी हर छोटी-बड़ी खबर आप तक लाता रहेगा।
#विद्यालयविलय #शिक्षकतबादला #बेसिकशिक्षापरिषद #सरकारीकलम #BreakingNews #TeacherTransfer2025