📰 : CBSE स्कूलों में पहली से आठवीं तक अब सिर्फ NCERT की किताबें — सुरक्षा और सिलेबस सुधारों पर भी बड़ा फैसला
📌 नई दिल्ली।
सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक अब सिर्फ NCERT की किताबें पढ़ाई जाएंगी। अभी तक यह व्यवस्था केवल कक्षा 9 से 12 तक के लिए थी, लेकिन अब शिक्षा मंत्रालय की सख्ती के बाद इसे कक्षा 1 से 8 तक लागू किया गया है।
यह बदलाव नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप किया गया है ताकि पूरे देश के छात्रों को एक समान, गुणवत्तापूर्ण और किफायती शिक्षा मिल सके। इसके साथ ही शिक्षा क्षेत्र में निजी प्रकाशकों की महंगी और अनावश्यक किताबों की लूट पर भी रोक लग सकेगी।
🏫 मुख्य बातें:
🔹 केवल NCERT पुस्तकें अनिवार्य
CBSE ने सभी स्कूलों को यह निर्देश जारी कर दिया है कि पहली से आठवीं तक के छात्रों को केवल NCERT द्वारा प्रकाशित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाए। इससे पाठ्यक्रम में एकरूपता आएगी।
🔹 निजी प्रकाशकों की किताबों पर रोक
अभी तक कई निजी स्कूल महंगी किताबें थोप रहे थे, जिससे माता-पिता की जेब पर भारी असर पड़ता था। नए निर्देशों से यह मनमानी थमेगी।
🔹 ऑडिट और सुरक्षा जांच के आदेश
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी राज्यों को आदेश दिया है कि स्कूलों की बिल्डिंग स्ट्रक्चर, अग्नि सुरक्षा, इमरजेंसी निकासी व्यवस्था और इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स का ऑडिट किया जाए। इस ऑडिट में पुलिस, फायर डिपार्टमेंट और मेडिकल टीमों की साझेदारी जरूरी होगी।
🔹 मानसिक स्वास्थ्य पर जोर
बच्चों के मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक कल्याण को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को परामर्श सेवाएं (काउंसलिंग), सहकर्मी सहायता (peer support) और सामुदायिक सहभागिता (community engagement) को बढ़ाने को कहा गया है।
🔰 ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आएगा सिलेबस में
एनसीईआरटी ने यह भी घोषणा की है कि वह जल्द ही ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर एक विशेष पाठ्यक्रम मॉड्यूल लाएगा। यह पाठ छात्रों को भारत की सैन्य ताकत, टेक्नोलॉजी और रणनीतिक क्षमता से परिचित कराएगा।
➡️ कक्षा 3 से 8 के लिए एक भाग
➡️ कक्षा 9 से 12 के लिए दूसरा भाग
इसमें पहलगाम हमले पर भारत की रणनीतिक सैन्य प्रतिक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण मिशनों की जानकारी होगी।
📢 निष्कर्ष:
CBSE के ये ताज़ा निर्णय छात्रों के शैक्षिक, मानसिक और शारीरिक सुरक्षा की दिशा में बड़े कदम हैं। इससे स्कूलों की अकादमिक पारदर्शिता और छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था दोनों सुदृढ़ होंगी।
📣 अब वक्त आ गया है कि स्कूल केवल शिक्षा देने का ही नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और संवेदनशील माहौल देने का भी वादा निभाएं।
✍️ लेख: सरकारी कलम टीम
📅 दिनांक: 27 जुलाई 2025
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