🏫 अब राजकीय माध्यमिक विद्यालयों की होगी ग्रेडिंग — 200 अंकों के आधार पर तय होगा स्कूलों का स्तर

🏫 अब राजकीय माध्यमिक विद्यालयों की होगी ग्रेडिंग — 200 अंकों के आधार पर तय होगा स्कूलों का स्तर

📍 लखनऊ | जून 2025

उत्तर प्रदेश के 2295 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों की स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से अब इन स्कूलों की ग्रेडिंग की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए ऑनलाइन सूचना अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके आधार पर विद्यालयों का मूल्यांकन कर उन्हें ग्रेड दिए जाएंगे।

WhatsApp Channel Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Channel Join Now

📊 क्या है ग्रेडिंग योजना?

  • विद्यालयों को 200 अंकों के मानक पर परखा जाएगा।
  • मूल्यांकन के बाद उन्हें 5 श्रेणियों में बांटा जाएगा:

प्रतिशत ग्रेडिंग स्तर 80% से अधिक उत्कृष्ट 60–80% बहुत अच्छा 40–60% अच्छा 20–40% संतोषजनक 20% से कम असंतोषजनक


📚 किन बिंदुओं पर होगा मूल्यांकन?

  • शिक्षक व कर्मचारियों की संख्या
  • बिजली कनेक्शन की उपलब्धता
  • कंप्यूटर कक्ष, ICT लैब, स्मार्ट क्लास
  • पुस्तकालय व प्रयोगशाला की स्थिति
  • आर्ट रूम, वाई-फाई, बुनियादी सुविधाएं
  • शिक्षक और छात्रों की उपस्थिति
  • पाठ्यक्रम के अनुसार पठन-पाठन

इन सभी जानकारियों को schoolgradingmad-hyamikshiksha.in पोर्टल पर अप्रैल से जून 2025 के आंकड़ों के साथ अपलोड करना होगा।


🕒 समय-सारिणी क्या है?

तिथि कार्य 8 जुलाई प्रधानाचार्य/प्रधानाध्यापक पोर्टल पर सूचना भरें व डीआईओएस को भेजें 12 जुलाई डीआईओएस ऑनलाइन सत्यापन कर 5% स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट भेजें 15 जुलाई मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक मंडल स्तर पर 5 स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें

इसके बाद राज्य मुख्यालय द्वारा स्कूलों की ग्रेडिंग सार्वजनिक की जाएगी।


🛠️ सुधार के लिए बनेगा एक्शन प्लान

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय का उद्देश्य है कि जिन स्कूलों में कमियां पाई जाएंगी, उन्हें ऑपरेशन कायाकल्प, प्रोजेक्ट अलंकार और PPP मॉडल के ज़रिए सुधारा जाए।
इसके अंतर्गत ICT लैब, स्मार्ट क्लास और अन्य बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा।


📣 “सरकारी कलम” की विशेष टिप्पणी:

यह पहल यदि पारदर्शिता और ज़मीनी सच्चाई के आधार पर की जाती है, तो इससे विद्यालयों की गुणवत्ता में वास्तविक सुधार आएगा।
लेकिन ज़रूरी है कि ग्रेडिंग को दबाव नहीं, प्रोत्साहन का माध्यम बनाया जाए — ताकि स्कूल खुद को बेहतर बनाने की दौड़ में भागीदार बनें, न कि केवल आंकड़ों की जुगाड़ में।


✍️ रिपोर्ट: सरकारी कलम ब्यूरो
📌 अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें: schoolgradingmad-hyamikshiksha.in

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top