लखनऊ में स्कूलों की पेयरिंग प्रक्रिया तेज़ी से पूरी: 1 जुलाई से 82 स्कूलों के छात्र नए स्कूल में करेंगे पढ़ाई
📍 प्रमुख बिंदु:
- राजधानी लखनऊ में 133 स्कूलों के पेयरिंग प्रस्ताव में से 82 स्कूलों की प्रक्रिया पूरी।
- 1 जुलाई 2025 से इन स्कूलों के छात्र नए स्कूलों में कक्षाएं प्रारंभ करेंगे।
- शेष 51 स्कूलों की पेयरिंग प्रक्रिया अभी प्रगति में।
- इस प्रक्रिया का मकसद छोटे स्कूलों को संसाधनों से युक्त बड़े स्कूलों से जोड़कर गुणवत्ता शिक्षा सुनिश्चित करना है।
🏫 क्या है पेयरिंग प्रक्रिया?
- 30 से कम छात्र संख्या वाले प्राइमरी व जूनियर स्कूलों को पास के बेहतर स्कूल से जोड़ा जा रहा है।
- इससे बच्चों को बेहतर शिक्षण वातावरण, सुविधाएं व शिक्षकों का लाभ मिल सकेगा।
- स्कूल बंद नहीं किए जा रहे, केवल कक्षाएं समायोजित होंगी।
📝 किस आधार पर हुआ पेयरिंग?
- स्कूल प्रबंध समिति (SMC) की सहमति के बाद ही पेयरिंग को अंतिम रूप दिया गया।
- सहमति प्रस्ताव संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को सौंपे गए।
📄 आंकड़े:
- लखनऊ में कुल 1618 प्राइमरी और जूनियर स्कूल।
- इनमें 1,70,000 से अधिक छात्र पंजीकृत।
- बीएसए कार्यालय द्वारा 133 स्कूलों की पहचान, जहां छात्र संख्या 30 से कम है।
⚠️ विरोध और चेतावनी:
📍 बरगदी कला प्राइमरी स्कूल (BKT ब्लॉक) में शिक्षकों ने पेयरिंग का विरोध किया और अभिभावकों को गुमराह करने की कोशिश की।
- शिकायत की जांच में आरोप सही पाए गए।
- बीएसए राम प्रवेश ने प्रधानाध्यापक सरोज लता, सहायक अध्यापक संतोष कुमार, तथा शिक्षामित्र सरस्वती और बाबूलाल को कठोर चेतावनी दी है।
🗣️ बीएसए राम प्रवेश का बयान:
“पेयरिंग नीति के तहत कोई स्कूल बंद नहीं हो रहा। यदि शिक्षक अभिभावकों को गुमराह करेंगे, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
✅ अब आगे क्या?
- 1 जुलाई से 82 स्कूलों के छात्र नए निर्धारित स्कूलों में पढ़ाई करेंगे।
- शेष 51 स्कूलों में प्रक्रिया पूर्ण होते ही नया सत्र शुरू किया जाएगा।