📰 सरकारी कलम विशेष रिपोर्ट | एडेड स्कूलों में तबादला विवाद गहराया, शिक्षक संघ ने दी धरने की चेतावनी
📍30 जून को निदेशालय पर प्रदर्शन का ऐलान | ऑनलाइन-ऑफलाइन तबादलों की स्थिति उलझी
🧑🏫 शिक्षा विभाग में फिर उठा तबादलों का मुद्दा
प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) विद्यालयों में चल रही तबादला प्रक्रिया में अनिश्चितता बढ़ती जा रही है। इस मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) ने मोर्चा खोल दिया है।
📌 शिक्षक संघ की प्रमुख मांगें:
- केवल ऑनलाइन ही नहीं, बल्कि पहले से जमा ऑफलाइन तबादला पत्रावलियों का भी निस्तारण किया जाए।
- 27 जून तक आदेश जारी नहीं होने की स्थिति में 30 जून को लखनऊ स्थित निदेशालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
🗣️ शिक्षक संघ की चेतावनी:
- प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा की अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन बैठक में यह निर्णय लिया गया।
- महामंत्री राजीव यादव ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक को इस बाबत सूचना भेज दी गई है।
“जो शिक्षक पहले से ही ऑफलाइन प्रक्रिया में शामिल हुए हैं, वे लंबे समय से आदेश का इंतजार कर रहे हैं। अगर केवल ऑनलाइन तबादलों को प्राथमिकता दी गई, तो यह अन्य शिक्षकों के साथ अन्याय होगा।”
📅 क्यों बढ़ रही है बेचैनी?
- 1 जुलाई 2025 से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने जा रहा है।
- संघ का मानना है कि तबादला आदेश समय पर जारी नहीं हुए, तो पठन-पाठन व्यवस्था बाधित होगी।
⚠️ प्रशासन पर दबाव:
शिक्षक संघ के इस रुख के बाद शिक्षा निदेशालय पर दबाव बढ़ता नजर आ रहा है।
यदि विभाग ने जल्द निर्णय नहीं लिया, तो 30 जून को बड़ा विरोध प्रदर्शन हो सकता है, जो शिक्षा विभाग की छवि को प्रभावित करेगा।
📌 निष्कर्ष:
एडेड स्कूलों में तबादला प्रक्रिया को लेकर बना अनिश्चितता का माहौल जल्द दूर न किया गया, तो शिक्षकों में असंतोष और शिक्षा व्यवस्था में अव्यवस्था दोनों बढ़ सकते हैं। शिक्षा विभाग को चाहिए कि वह सभी शिक्षकों के साथ समानता का व्यवहार करते हुए जल्द से जल्द उचित निर्णय ले।
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