☢️ 400 किलो लापता यूरेनियम! क्या बना रहा है ईरान परमाणु बम? 😨
🌍 जब दुनिया पहले से ही युद्ध और संघर्षों के तनाव में डूबी है, उस बीच एक खतरनाक खबर ने पूरी अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को हिला दिया है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी बेंस ने दावा किया है कि हाल ही में ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हुए ‘बंकर बस्टर’ हमलों के बाद वहां से 400 किलोग्राम यूरेनियम लापता है – और यह मात्रा 10 परमाणु हथियारों के लिए पर्याप्त मानी जा रही है।
📉 यूरेनियम कैसे और क्यों लापता हुआ?
ईरान के फोर्डो, नातांज और इस्फहान परमाणु संयंत्रों पर अमेरिका और इज़राइल के संयुक्त हमले के पहले सेटेलाइट तस्वीरों में फोर्डो संयंत्र के बाहर 16 ट्रकों की कतार दिखाई दे रही थी। लेकिन हमले के बाद की तस्वीरों में ये ट्रक अचानक गायब हो गए।
👉 विशेषज्ञों का दावा है कि इन ट्रकों में संवर्धित यूरेनियम और उपकरणों को हमले से पहले ही किसी गुप्त ठिकाने पर भेज दिया गया। इससे यह सवाल उठता है – क्या ईरान जानबूझकर किसी अगली चाल की तैयारी कर रहा है?
🔍 अमेरिका और इज़राइल को क्यों है शक?
🕵️♂️ अमेरिका और इज़राइल दोनों को पक्की आशंका है कि यह यूरेनियम अब इस्फहान के पास स्थित एक भूमिगत भंडार में पहुंचा दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने भी पुष्टि की है कि हमले से एक हफ्ते पहले तक ही वहां निरीक्षण किया गया था।
अब IAEA की चिंता यह है कि यदि ईरान को खुली छूट मिल गई, तो वह इस यूरेनियम को 60% से 90% तक संवर्धित कर सकता है, जो सीधे तौर पर हथियार निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
🇮🇷 ईरान का जवाब और रणनीति
ईरान की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है। लेकिन इज़राइल का आरोप है कि वह अब “नो-रिटर्न प्वाइंट” पर है, यानी परमाणु हथियारों के निर्माण की ऐसी स्टेज पर पहुंच चुका है जहां से वापस लौटना नामुमकिन होगा।
ईरानी सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई के करीबी सलाहकार ने कहा –
🗣️ “खेल अभी खत्म नहीं हुआ है।”
🔴 क्या दुनिया एक और परमाणु संकट की ओर?
इस पूरे घटनाक्रम ने वैश्विक शांति की नींव को झकझोर कर रख दिया है। जहां अमेरिका इसे संघर्ष को टालने की सफलता बता रहा है, वहीं ईरान इसे अपनी ताकत दिखाने का जरिया मान रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि इस यूरेनियम का सही समय पर पता नहीं चला, तो आने वाले समय में यह मुद्दा एक नए परमाणु संकट में बदल सकता है, जो दुनिया के लिए बेहद खतरनाक और विनाशकारी होगा।
📌 निष्कर्ष
🔹 400 किलो संवर्धित यूरेनियम का गायब होना कोई साधारण बात नहीं है।
🔹 यह केवल परमाणु हथियार बनाने की दिशा में एक देश के इरादों का संकेत ही नहीं देता, बल्कि दुनिया की सामूहिक सुरक्षा को भी सीधा खतरा बन सकता है।
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