📘 डीएलएड का अंग्रेजी पाठ्यक्रम बदलेगा, अब शिक्षक होंगे और अधिक दक्ष!
✍️ रिपोर्ट: सरकारी कलम
उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की नई पीढ़ी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुरूप तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। प्रदेश के 67 डायट और 2974 निजी डीएलएड कॉलेजों में पढ़ाए जाने वाले अंग्रेज़ी विषय के पाठ्यक्रम को अब नए सिरे से समय के अनुसार ढाला जाएगा।
🧑🏫 पुराना पाठ्यक्रम, नई चुनौतियाँ
2014 में जब यह कोर्स (तब BTC के नाम से) बनाया गया था, तब न तो आंगनबाड़ी का समावेश था, न ही एआई, डिजिटल लर्निंग, या एनसीईआरटी की समग्र पुस्तकें। लेकिन आज परिदृश्य बदल गया है। एनईपी 2020 के तहत न केवल प्री-प्राइमरी को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है, बल्कि कक्षा 1 से 8 तक एनसीईआरटी की पुस्तकों को भी अपनाया जा रहा है।
📚 ऐसे में अब यह आवश्यक हो गया था कि अंग्रेजी जैसे विषय को नए शैक्षणिक और तकनीकी परिप्रेक्ष्य में पढ़ाया जाए।
💡 डायट प्रशिक्षुओं की राय से होगा पाठ्यक्रम का निर्माण
यह जानकर प्रसन्नता होती है कि पाठ्यक्रम बनाने से पहले डायट प्रशिक्षुओं से फीडबैक लिया गया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि नया पाठ्यक्रम वास्तविक ज़मीनी जरूरतों पर आधारित हो और केवल “थ्योरी” तक सीमित न रहे।
“सिर्फ किताब नहीं, अनुभव भी जरूरी है।”
🧠 नए पाठ्यक्रम में क्या होगा खास?
🔹 एनसीईआरटी आधारित अध्यापन पद्धति
🔹 AI (Artificial Intelligence) और ICT (सूचना व संचार तकनीक) का समावेश
🔹 आंगनबाड़ी एवं प्री-प्राइमरी शिक्षण के दृष्टिकोण
🔹 इंटरऐक्टिव, टेक-सक्षम अध्यापन
🔹 भविष्य की जरूरतों के अनुरूप भाषा शिक्षण तकनीक
🎯 यह बदलाव केवल अंग्रेजी तक सीमित नहीं रहेगा। हिंदी विषय के लिए भी राज्य हिन्दी संस्थान, वाराणसी ने पहली बार डीएलएड की प्रमाणिक पुस्तकें तैयार की हैं, जो कि एक ऐतिहासिक उपलब्धि कही जा सकती है।
📣 सरकारी कलम का निष्कर्ष
इस परिवर्तन से साफ है कि राज्य सरकार अब शिक्षकों को केवल “भर्ती” नहीं कर रही, बल्कि “ट्रेंड और टेक्नोलॉजिकल-रेडी शिक्षक” बना रही है।
📌 यह कदम भविष्य के प्राथमिक शिक्षा तंत्र को मजबूत करेगा। शिक्षक प्रशिक्षित होंगे, तो छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलेगी।
“सशक्त शिक्षक = सशक्त राष्ट्र”
📢 “सरकारी कलम” हमेशा शिक्षक और शिक्षा व्यवस्था की आवाज बनेगा!
🔖 #DLedReform #NEP2020 #शिक्षक_सशक्तिकरण #सरकारी_कलम