अभियान को मजबूत और प्रभावशाली बनाने के लिए नीचे एक औपचारिक पत्र प्रारूप दिया गया है, जिसे ग्राम प्रधान और शिक्षा समिति अध्यक्ष दोनों हस्ताक्षर कर सकते हैं। यह प्रारूप प्रशासन को स्पष्ट रूप से युग्मन (मर्जर) के विरोध में ग्रामवासियों की राय दर्शाने के लिए तैयार किया गया है।
📝 प्रारूप – विद्यालय युग्मन (मर्जर) के विरोध में पत्र
सेवा में,
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी,
जनपद – ……………………..
माध्यम –
खंड शिक्षा अधिकारी,
विकास खंड – …………………..
विषय: विद्यालय युग्मन (मर्जर) के प्रस्ताव पर आपत्ति।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों के युग्मन (मर्जर) की प्रक्रिया चल रही है, जिसके अंतर्गत हमारे ग्राम सभा स्थित विद्यालय (विद्यालय का नाम) को समीपस्थ किसी अन्य विद्यालय में मर्ज करने का प्रस्ताव है।
हम, ग्राम सभा के ग्राम प्रधान तथा शिक्षा समिति अध्यक्ष के रूप में, यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि ग्रामवासी, अभिभावकगण एवं शिक्षा समिति इस युग्मन प्रस्ताव के प्रति पूर्णतः असहमत हैं। विद्यालय के युग्मन से हमारे ग्राम के बच्चों—विशेषकर छोटी बच्चियों एवं बालकों—की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। विद्यालय दूरी पर होने से सुरक्षा, आवागमन, और नियमित उपस्थिति जैसी समस्याएँ उत्पन्न होंगी।
इससे शिक्षा का अधिकार, जो कि एक मौलिक अधिकार है, गंभीर रूप से प्रभावित होगा। ग्रामीण परिवेश की सामाजिक एवं भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए यह युग्मन हमारे ग्राम के हित में नहीं है।
अतः आपसे निवेदन है कि हमारी ग्राम सभा के बच्चों और अभिभावकों के हित में, इस विद्यालय को मर्ज न किया जाए और वर्तमान स्थिति को यथावत रखा जाए।
आपकी सकारात्मक कार्रवाई की अपेक्षा में।
सादर,
✍🏻 (हस्ताक्षर)
अध्यक्ष, विद्यालय प्रबंध समिति
ग्राम – ………………….
✍🏻 (हस्ताक्षर)
ग्राम प्रधान
ग्राम पंचायत – ………………….
तारीख – ………………….
⚠️ विशेष सुझाव:
- इसे ग्राम पंचायत के लेटरहेड पर प्रिंट कराएं।
- अधिक प्रभाव के लिए ग्राम वासियों के हस्ताक्षरित समर्थन पत्र भी संलग्न करें।
- सभी प्रधान संघों से एक सामूहिक पत्र भी मुख्यमंत्री कार्यालय को डाक / मेल / ट्विटर / पोर्टल के माध्यम से भेजा जा सकता है।