घर-कार की ईएमआई में राहत: आरबीआई ने रेपो रेट में की 0.50% की बड़ी कटौती
नई दिल्ली: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने आम जनता को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 0.50% की कटौती की है। अब यह दर 5.50% से घटकर 5.00% हो गई है। यह वर्ष 2025 में तीसरी बार कटौती है और पांच वर्षों की सबसे बड़ी राहत मानी जा रही है। इससे होम लोन और ऑटो लोन की EMI में भारी कमी आने वाली है।
📉 क्या है रेपो रेट और इसका असर?
रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों को RBI से ऋण मिलता है। जब यह दर घटती है, तो बैंक भी ग्राहकों को सस्ते ब्याज दरों पर लोन देते हैं। इस बार की कटौती से लाखों लोगों की मासिक किश्तें कम हो जाएंगी, जिससे घरेलू बजट पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
📊 EMI में कितनी राहत?
20 लाख के होम लोन (20 वर्षों के लिए) पर EMI लगभग ₹617 कम होगी और कुल ब्याज ₹1.48 लाख तक घटेगा। वहीं, 30 लाख के लोन पर हर महीने ₹925 की राहत मिलेगी, जिससे कुल बचत ₹3.33 लाख तक हो सकती है।
🏦 बैंकों के पास बढ़ी नकदी
RBI ने नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में भी 1% की कमी कर दी है, जिससे बैंकों के पास ₹2.5 लाख करोड़ की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध हो गई है। इसका फायदा लोगों को लोन देने में तेजी से मिलेगा।
📈 आर्थिक विकास को मिलेगा बल
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई को नियंत्रित रखने के साथ-साथ आर्थिक गति बनाए रखना प्राथमिकता है। सरकार को उम्मीद है कि इस कदम से GDP की वृद्धि दर 6.5% के आसपास बनी रहेगी।
💬 आगे और कटौती संभव?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर महंगाई नियंत्रित रही, तो आने वाले महीनों में रेपो रेट में और भी कमी की जा सकती है। RBI अब तक लगातार तीन बार दरों में कटौती कर चुका है, जो कि फरवरी 2020 के बाद पहली बार हो रहा है।
🔚 निष्कर्ष
रेपो रेट में यह कटौती निश्चित रूप से जनता और कारोबारियों के लिए दोहरी राहत लेकर आई है। एक तरफ लोन की किस्तें कम होंगी, तो दूसरी ओर बाजार में मांग बढ़ेगी, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।