प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों का महाधरना: एक गंभीर सवाल उठाती स्थिति
🔴 भर्ती में देरी पर अभ्यर्थियों का आक्रोश
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों का आक्रोश अब खुलकर सामने आ गया है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSESSB) पर अभ्यर्थियों ने महाधरना देने की योजना बनाई है। उनका मुख्य मुद्दा है भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी, जिसके कारण अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।
📜 हनुमान चालीसा और भजन-कीर्तन से शुरू हुआ आंदोलन
बृहस्पतिवार को अभ्यर्थियों ने हनुमान चालीसा का पाठ और भजन-कीर्तन किया, ताकि प्राथमिक शिक्षक भर्ती शीघ्र शुरू हो सके। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग और चयन आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और इसकी लेटलतीफी को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की।
🔔 छात्र नेताओं का सक्रिय समर्थन
महाधरना को सफल बनाने के लिए छात्र नेताओं ने दिनभर कोचिंग संस्थानों में जाकर छात्रों से संपर्क किया। यह आंदोलन अब एक बड़ा जनआंदोलन बनता हुआ नजर आ रहा है।
⚖️ प्रशासन के लिए चुनौती
आयोग पर अभ्यर्थियों की भारी भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गया है। सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए आसान नहीं होगा।
💥 राजनीतिक दलों का समर्थन
राजनीतिक दलों का भी इस आंदोलन को समर्थन मिल रहा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा,
“जिसने किया भावी शिक्षकों का बुरा हाल, न रहेगी वह सरकार, बहुत हुआ अत्याचार। जब तक विज्ञापन नहीं, तब तक समापन नहीं।”
इससे साफ है कि राजनीतिक दल अब इस मुद्दे को अपने मंच पर भी उठा रहे हैं।
कांग्रेस ने भी मुर्गा बने अभ्यर्थियों की फोटो शेयर कर आंदोलन का समर्थन किया है।
🚨 आंदोलन का संदेश
यह महाधरना एक संकेत है कि भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा अब एक विशाल आंदोलन का रूप ले सकता है। क्या सरकार और शिक्षा विभाग इस आंदोलन को शांत कर पाएंगे, या यह आंदोलन एक और बड़े संघर्ष का रूप लेगा?
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