✈ कितने विमान गिरे, उससे ज्यादा जरूरी जानना यह है कि क्यों गिरे – CDS अनिल चौहान
सिंगापुर: भारतीय रक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने उठाए अहम सवाल।
🔍 सिर्फ आंकड़ों से नहीं, कारणों से मिलेगी दिशा
सिंगापुर में आयोजित एक शांति-संवाद में सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि
“हमें यह जानने की जरूरत है कि विमान गिरे क्यों?” केवल यह गिनने से कि कितने गिरे, समाधान नहीं निकलेगा।
उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं के पीछे के कारणों की गहन जांच और सुधारात्मक कदम ही भारतीय वायुसेना को मजबूती देंगे।
⚠ परमाणु ठिकानों पर हमले की अटकलों पर जवाब
जब जनरल चौहान से पूछा गया कि क्या भारत ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने की तैयारी की है,
तो उन्होंने कहा कि “ऐसा कुछ नहीं हुआ।”
हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है और
सभी प्रकार के हथियारों के उपयोग पर विचार किया जा सकता है।
🔧 गलतियों से सीखना ही सफलता की कुंजी
जनरल चौहान ने स्वीकार किया कि कुछ भारतीय लड़ाकू विमान गिरे और इससे नुकसान भी हुआ, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि
“अच्छी बात यह है कि हमने अपनी गलतियों को समझा और उन्हें सुधारा।”
यह समझदारी ही भविष्य की रणनीति को मजबूत बनाएगी।
🛡 भविष्य की युद्धनीति होगी तकनीकी और मानव-आधारित
सीडीएस ने बताया कि अगली पीढ़ी की युद्ध नीति में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानव रहित विमानों और
अन्य आधुनिक हथियारों को शामिल किया जाएगा।
इस रणनीति से भारत की सुरक्षा और युद्धक क्षमता में गुणात्मक सुधार आएगा।