🛑 कुशीनगर में 69,000 शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा उजागर – 20 शिक्षक बर्खास्त, हाईकोर्ट के आदेश पर बड़ी कार्रवाई
कुशीनगर, उत्तर प्रदेश:
69,000 शिक्षक भर्ती (वर्ष 2018-19) के तहत कुशीनगर जिले में नियुक्त 20 शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह कठोर कार्रवाई प्रयागराज उच्च न्यायालय के आदेश के बाद की गई है, जिसमें भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता और दस्तावेजों की गड़बड़ी सामने आने पर तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया गया था।
⚖️ हाईकोर्ट का आदेश और जांच की पड़ताल
📝 हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए शिक्षकों की मेरिट लिस्ट और शैक्षणिक दस्तावेजों की गहन जांच का आदेश दिया था।
🔍 बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) डॉ. राम जियावन मौर्य के अनुसार, इन शिक्षकों के केस में कई गंभीर विसंगतियां पाई गईं:
- 🎯 गलत अंक दर्ज करना
- 📉 कट-ऑफ से कम मेरिट होने के बावजूद चयन
- 📚 शैक्षणिक योग्यता अधूरी या अपात्रता
- 🧾 बैक पेपर होते हुए भी फर्जी मेरिट बनाना (विशेषकर BTC 2015 बैच के अभ्यर्थियों द्वारा)
😲 शिक्षा विभाग में हड़कंप
👉 इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
👉 अन्य शिक्षकों के दस्तावेजों की फिर से जांच शुरू कर दी गई है।
👉 आगे और बर्खास्तगियों की संभावना जताई जा रही है।
🗣️ बेसिक शिक्षा अधिकारी बोले:
“हमें उच्च न्यायालय के आदेश के तहत कार्यवाही करनी पड़ी। पारदर्शी भर्ती ही हमारी प्राथमिकता है। जिन अभ्यर्थियों ने फर्जीवाड़ा किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
📌 निष्कर्ष:
✅ भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता जरूरी
🚫 फर्जी दस्तावेज़ों से चयनित कोई भी अभ्यर्थी नहीं बचेगा
📑 अन्य जिलों में भी हो सकती है समान जांच और कार्रवाई
📢 यदि आप भी इस भर्ती से जुड़े हैं, तो अपने दस्तावेज़ और मेरिट की दोबारा पुष्टि कर लें। कोई भी गड़बड़ी भविष्य को प्रभावित कर सकती है।
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