कोरोना मामलों में बढ़ोतरी पर विशेषज्ञों की राय: घबराएं नहीं, सतर्क रहें
नई दिल्ली, 23 मई:
देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर हल्का उछाल देखा जा रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्कता और समझदारी से निपटना ज़रूरी है।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
1. डॉ. निवेदिता गुप्ता (वरिष्ठ वैज्ञानिक, ICMR):
“कोरोना कभी गायब नहीं हुआ था। यह अब सामान्य फ्लू जैसा बन चुका है। टीकाकरण के कारण इसकी गंभीरता कम हो गई है।”
2. डॉ. अरविंद कुमार (एम्स, दिल्ली):
“मौसम में बदलाव के कारण फ्लू और संक्रमण बढ़ते हैं। लोग इसे वायरल समझते हैं और टेस्ट नहीं कराते, जिससे असल आंकड़े नहीं दिखते।”
3. डॉ. रमन आर. गंगाखेड़कर (पूर्व प्रमुख, ICMR):
“2020-21 जैसी घबराहट से बचें। दवाएं और ऑक्सीजन स्टॉक न करें। सीखें कि इस संक्रमण के साथ किस तरह जीना है।”
4. डॉ. चंद्रकांत लहरिया (महामारी विशेषज्ञ):
“जेएन.1 कोई नया वेरिएंट नहीं है। भारत की आबादी इसका सामना कर चुकी है। हर 50 लाख की आबादी पर एक मरीज मिल रहा है।”
सावधानी ही बचाव है:
- मास्क पहनें, खासकर भीड़ में और बंद जगहों पर।
- हाथों की सफाई और सैनिटाइजेशन बनाए रखें।
- बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं विशेष सतर्कता बरतें।
- किसी भी लक्षण पर तुरंत कोरोना जांच कराएं।
निष्कर्ष:
कोरोना अब नई महामारी नहीं बल्कि जीवन का हिस्सा बन चुका है। हालात 2020 जैसे नहीं हैं, लेकिन लापरवाही से फिर गंभीरता लौट सकती है। घबराएं नहीं, जागरूक रहें और जिम्मेदारी से व्यवहार करें।